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नीमच, बीती 2-3 अक्टूबर की रात में ग्राम बरूखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर से शिवलिंग तोड़ कर गायब करने और 4 अक्टूबर को चौथामिल स्थित मंशापूर्ण बालाजी मंदिर में हनुमानजी की मूर्ति को खंडित करने वाले सिरफिरे को पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पुलिस पूछताछ में जुटी है। पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसोदिया व नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन के निर्देशन एवं थाना नीमच सिटी प्रभारी विकास पटेल के नेतृत्व में थाना नीमच सिटी की टीम ने ग्रामीणों की सहायता से मूर्तियां खंडित करने के आरोपी करण पिता कुशल मालवीय निवासी बरूखेड़ा को पकड़कर पूछताछ की। जिस पर आरोपी करण ने बताया कि शुक्रवार को चौथामिल स्थित मंशापूर्ण बालाजी हनुमान मंदिर की मूर्ति और 3 अक्टूबर को ग्राम बरखेड़ा स्थित पुरातत्व विभाग संरक्षित शिव मंदिर क्रमांक एक की शिवजी की मूर्ति उसने ही तोड़ दी। जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। तब नहीं लग पाया था कोई सुराग गुरुवार को ग्राम बरूखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर से मूर्ति गायब होने की खबर मिली थी। राज्य संरक्षित स्थल से मूर्ति गायब होने से प्रशासन के लिए मामला चुनौती पूर्ण हो गया था, लेकिन मंदिर एवं आस पास कोई सीसी टीवी कैमरे नहीं लगे होने से सुराग नहीं लग पा रहा था। उधर, शुक्रवार को चौथामिल स्थित बालाजी मंदिर, नवलपुरा में हनुमानजी की मूर्ति खंडित होने की खबर मिली तो प्रशासन सकते में आ गया। चौबिस घंटे में दो धार्मिक स्थलों से मूर्तियों के खंडित होने के मामले को लेकर अंचल में भी कई तरह की चर्चाएं होने लगी। ग्रामीणों ने सिरफिरे को दबोचा शुक्रवार की दोपहर में जब ग्रामीणो ने एक व्यक्ति को चौथामिल स्थित बालाजी मंदिर में मूर्ति खंडित करने पर दबोच लिया। फिर पुलिस मौके पर पहुंची तो मूर्ति खंडित करने वाले को अभिरक्षा में लिया। पुलिस पूछताछ ने पकड़े गए आरोपी करण मालवीय निवासी ग्राम बरूखेड़ा ने स्वीकार किया कि उसने ही ग्राम बरूखेड़ा के शिव मंदिर में शिवलिंग तोड़ा और बालाजी मंदिर की मूर्ति भी तोड़ दी है। तब जाकर पुलिस दोनों स्थलों पर तोड़फोड़ का मामला उजागर कर पाई। यह है बरूखेड़ा में शिव मंदिर का मामला मुकेश पिता राधेश्याम माली निवासी ग्राम बरूखेड़ा, चौकीदार पुरातत्व विभाग संरक्षित शिव मंदिर क्रमांक एक ने रिपोर्ट की है कि शिव मंदिर में चौकीदारी का काम करता है। दिन में मंदिर की सुरक्षा का काम कर रात में मंदिर बंद कर घर चला जाता है। बीती 2 अक्टूबर की शाम को मंदिर बंदकर वह घर चला गया था। इसके बाद 3 अक्टूबर की सुबह मंदिर पहुंचा तो देखा कि मंदिर के अंदर शिवलिंग टूटा हुआ था। उसने घटना पुरातत्व विभाग को फोन से बताई कि दो-तीन अक्टूबर की मध्य रात्रि में कोई अज्ञात व्यक्ति ने मंदिर के अंदर घुस कर मूर्ति को तोड़ दिया है। इस सूचना पर पुलिस थाना नीमच सिटी द्वारा धारा 331(2),196(2) भारतीय न्याय संहिता के तहत कायम कर विवेचना में लिया गया है। यह है मंशापूर्ण बालाजी मंदिर का मामला पुलिस को 4 अक्टूबर को एक और सूचना प्राप्त हुई कि चौथमिल, नवलपुरा स्थित मंशापूर्ण बालाजी हनुमान मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर रोड से लगा हुआ है, जहां दिनभर दर्शनार्थ लोग आते जाते रहते हैं। इसलिए मंदिर दिनभर खुला रहता है। जब वह मंदिर के पास ही खेत में काम कर रहा था, दिन में करीब 12:00 बजे मंदिर से गोपाल निवासी सरवानिया बोर वाले ने आवाज देकर बुलाया कि एक आदमी ने मंदिर की मूर्ति तोड़ दी। जिस पर वह और उसका भाई दशरथ तथा चंपालाल दौड़कर मंदिर के अंदर गए। एक व्यक्ति जिसे वह नहीं जानते थे, मंदिर के अंदर पत्थर लेकर खड़ा था और मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति टूट कर गिरी हुई थी, उस व्यक्ति ने पत्थर मार कर हनुमान जी की मूर्ति तोड़ दी। वह इन लोगों को देखकर भागने का प्रयास करने लगा तो इन लोगों ने जैसे तैसे उसे पकड़ लिया और गांव में सूचना दी। गांव के अन्य लोग भी मंदिर पर पहुंच गए। आरोपी को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया।
सिरफिरा बोला भगवान मेरी नहीं सुनते! पुलिस ने जिस सिरफिरे (करण) को पकड़ा है, वह बता रहा था कि वह भगवान से कई बार प्रार्थना कर चुका है। मंदिर में जल चढ़ाता है, लेकिन भगवान उसकी सुनते ही नहीं है, जिस कारण उसे गुस्सा आ गया और उसने मूर्तियां तोड़ने की ठान ली। बहरहाल, यह अपराध वह मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कर रहा था, अथवा किसी के उकसावे में आने पर इसकी पूछताछ में पुलिस जुटी हुई है। 50 साल पुराना है बालाजी मंदिर ग्राम चौथामिल स्थित मंशापूर्ण मंदिर करीब 50 साल पुराना है। यहं आस पास के गांवों के लोगों की आस्था का केंद्र है। मंदिर में शुक्रवार को जो व्यक्ति घुसा, उसे नहीं जानते हैं,लेकिन उसने बड़ा पत्थर डाल कर मूर्ति का खंडित कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी इस मंदिर पर दर्शनार्थ आ चुकी है।- दिनेश नागदा, ग्रामीण। इनका कहना है… ग्रामीणों से मंशापूर्ण बालाजी मंदिर की मूर्ति खंडित करने की सूचना मिली थी। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ रखा था। जिसे अभिरक्षा में लिया जाकर पूछताछ की गई है। आरोपी करण मालवीय ने बरुखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर और चौथामिल के बालाजी मंदिर में मूर्ति खंडित करना स्वीकार किया है। जिस पर उसे गिरफ्तार किया गया है। अभी पूछताछ जारी है।– विकास पटेल, थाना प्रभारी नीमच सिटी। |
नीमच, बीती 2-3 अक्टूबर की रात में ग्राम बरूखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर से शिवलिंग तोड़ कर गायब करने और 4 अक्टूबर को चौथामिल स्थित मंशापूर्ण बालाजी मंदिर में हनुमानजी की मूर्ति को खंडित करने वाले सिरफिरे को पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पुलिस पूछताछ में जुटी है।
पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसोदिया व नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन के निर्देशन एवं थाना नीमच सिटी प्रभारी विकास पटेल के नेतृत्व में थाना नीमच सिटी की टीम ने ग्रामीणों की सहायता से मूर्तियां खंडित करने के आरोपी करण पिता कुशल मालवीय निवासी बरूखेड़ा को पकड़कर पूछताछ की। जिस पर आरोपी करण ने बताया कि शुक्रवार को चौथामिल स्थित मंशापूर्ण बालाजी हनुमान मंदिर की मूर्ति और 3 अक्टूबर को ग्राम बरखेड़ा स्थित पुरातत्व विभाग संरक्षित शिव मंदिर क्रमांक एक की शिवजी की मूर्ति उसने ही तोड़ दी। जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
तब नहीं लग पाया था कोई सुराग
गुरुवार को ग्राम बरूखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर से मूर्ति गायब होने की खबर मिली थी। राज्य संरक्षित स्थल से मूर्ति गायब होने से प्रशासन के लिए मामला चुनौती पूर्ण हो गया था, लेकिन मंदिर एवं आस पास कोई सीसी टीवी कैमरे नहीं लगे होने से सुराग नहीं लग पा रहा था। उधर, शुक्रवार को चौथामिल स्थित बालाजी मंदिर, नवलपुरा में हनुमानजी की मूर्ति खंडित होने की खबर मिली तो प्रशासन सकते में आ गया। चौबिस घंटे में दो धार्मिक स्थलों से मूर्तियों के खंडित होने के मामले को लेकर अंचल में भी कई तरह की चर्चाएं होने लगी।
ग्रामीणों ने सिरफिरे को दबोचा
शुक्रवार की दोपहर में जब ग्रामीणो ने एक व्यक्ति को चौथामिल स्थित बालाजी मंदिर में मूर्ति खंडित करने पर दबोच लिया। फिर पुलिस मौके पर पहुंची तो मूर्ति खंडित करने वाले को अभिरक्षा में लिया। पुलिस पूछताछ ने पकड़े गए आरोपी करण मालवीय निवासी ग्राम बरूखेड़ा ने स्वीकार किया कि उसने ही ग्राम बरूखेड़ा के शिव मंदिर में शिवलिंग तोड़ा और बालाजी मंदिर की मूर्ति भी तोड़ दी है। तब जाकर पुलिस दोनों स्थलों पर तोड़फोड़ का मामला उजागर कर पाई।
यह है बरूखेड़ा में शिव मंदिर का मामला
मुकेश पिता राधेश्याम माली निवासी ग्राम बरूखेड़ा, चौकीदार पुरातत्व विभाग संरक्षित शिव मंदिर क्रमांक एक ने रिपोर्ट की है कि शिव मंदिर में चौकीदारी का काम करता है। दिन में मंदिर की सुरक्षा का काम कर रात में मंदिर बंद कर घर चला जाता है। बीती 2 अक्टूबर की शाम को मंदिर बंदकर वह घर चला गया था। इसके बाद 3 अक्टूबर की सुबह मंदिर पहुंचा तो देखा कि मंदिर के अंदर शिवलिंग टूटा हुआ था। उसने घटना पुरातत्व विभाग को फोन से बताई कि दो-तीन अक्टूबर की मध्य रात्रि में कोई अज्ञात व्यक्ति ने मंदिर के अंदर घुस कर मूर्ति को तोड़ दिया है। इस सूचना पर पुलिस थाना नीमच सिटी द्वारा धारा 331(2),196(2) भारतीय न्याय संहिता के तहत कायम कर विवेचना में लिया गया है।
यह है मंशापूर्ण बालाजी मंदिर का मामला
पुलिस को 4 अक्टूबर को एक और सूचना प्राप्त हुई कि चौथमिल, नवलपुरा स्थित मंशापूर्ण बालाजी हनुमान मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर रोड से लगा हुआ है, जहां दिनभर दर्शनार्थ लोग आते जाते रहते हैं। इसलिए मंदिर दिनभर खुला रहता है। जब वह मंदिर के पास ही खेत में काम कर रहा था, दिन में करीब 12:00 बजे मंदिर से गोपाल निवासी सरवानिया बोर वाले ने आवाज देकर बुलाया कि एक आदमी ने मंदिर की मूर्ति तोड़ दी। जिस पर वह और उसका भाई दशरथ तथा चंपालाल दौड़कर मंदिर के अंदर गए। एक व्यक्ति जिसे वह नहीं जानते थे, मंदिर के अंदर पत्थर लेकर खड़ा था और मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति टूट कर गिरी हुई थी, उस व्यक्ति ने पत्थर मार कर हनुमान जी की मूर्ति तोड़ दी। वह इन लोगों को देखकर भागने का प्रयास करने लगा तो इन लोगों ने जैसे तैसे उसे पकड़ लिया और गांव में सूचना दी। गांव के अन्य लोग भी मंदिर पर पहुंच गए। आरोपी को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया।
सिरफिरा बोला भगवान मेरी नहीं सुनते!
पुलिस ने जिस सिरफिरे (करण) को पकड़ा है, वह बता रहा था कि वह भगवान से कई बार प्रार्थना कर चुका है। मंदिर में जल चढ़ाता है, लेकिन भगवान उसकी सुनते ही नहीं है, जिस कारण उसे गुस्सा आ गया और उसने मूर्तियां तोड़ने की ठान ली। बहरहाल, यह अपराध वह मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कर रहा था, अथवा किसी के उकसावे में आने पर इसकी पूछताछ में पुलिस जुटी हुई है।
50 साल पुराना है बालाजी मंदिर
ग्राम चौथामिल स्थित मंशापूर्ण मंदिर करीब 50 साल पुराना है। यहं आस पास के गांवों के लोगों की आस्था का केंद्र है। मंदिर में शुक्रवार को जो व्यक्ति घुसा, उसे नहीं जानते हैं,लेकिन उसने बड़ा पत्थर डाल कर मूर्ति का खंडित कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी इस मंदिर पर दर्शनार्थ आ चुकी है।- दिनेश नागदा, ग्रामीण।
इनका कहना है…
ग्रामीणों से मंशापूर्ण बालाजी मंदिर की मूर्ति खंडित करने की सूचना मिली थी। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ रखा था। जिसे अभिरक्षा में लिया जाकर पूछताछ की गई है। आरोपी करण मालवीय ने बरुखेड़ा के प्राचीन शिव मंदिर और चौथामिल के बालाजी मंदिर में मूर्ति खंडित करना स्वीकार किया है। जिस पर उसे गिरफ्तार किया गया है। अभी पूछताछ जारी है।– विकास पटेल, थाना प्रभारी नीमच सिटी।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |