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नीमच नगर पालिका परिषद में अमृत 2.0 योजना के तहत प्रशासनिक अनियमितता का मामला सामने आया है। बुधवारक को नीमच नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा ने नगर पालिका में प्रेसवर्ता में निलंबित सीएमओ महेन्द्र वशिष्ट पर फाइलों में हेरफेर का आरोप लगाया है। चोपड़ा ने बताया है कि संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास, भोपाल ने वशिष्ट को 28 मई 2025 को अमृत 2.0 योजना की जलप्रदाय परियोजना सहित अन्य कई मामले में लापरवाही के कारण निलंबित किया। वशिष्ट 30 दिसंबर 2024 से 8 जनवरी 2025 तक अर्जित अवकाश पर थे। इस दौरान सीएमओ का प्रभार डिप्टी कलेक्टर चन्द्रसिंह धार्वे को सौंपा गया था। 6 जनवरी 2025 को एक वृहद परियोजना की फाइल पर वशिष्ट के हस्ताक्षर युक्त टिप्पणी मिली। उसी दिन एक ही पृष्ठ पर दो अधिकारियों के हस्ताक्षर पाए गए। धार्वे ने ठेकेदार को कार्य संबंधी सूचना जारी की। वहीं वशिष्ट ने ठेका निरस्त करने का सुझाव दिया।शिकायत के अनुसार, निलंबन के बाद वशिष्ट ने कर्मचारियों से फाइल मंगवाकर अपने आवास पर टिप्पणी की। 6 जनवरी की टिप्पणी का उल्लेख 17 फरवरी से 16 अप्रैल तक की नोटशीट्स में नहीं मिला। यह टिप्पणी पीएमसी के दस्तावेज़ों में भी नहीं थी।नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति गौरव चौपड़ा ने प्रमुख सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रकरण की विभागीय जांच कराए जाने की संभावना है। आरोप सिद्ध होने पर वशिष्ट के विरुद्ध अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्यवाही की जा सकती है। इस मामले में नगर पलिका सीएमओ महेन्द्र वशिष्ट से उनका का पक्ष जानना चाह मगर उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर होने से बात नहीं हो पाई। |
नीमच नगर पालिका परिषद में अमृत 2.0 योजना के तहत प्रशासनिक अनियमितता का मामला सामने आया है। बुधवारक को नीमच नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा ने नगर पालिका में प्रेसवर्ता में निलंबित सीएमओ महेन्द्र वशिष्ट पर फाइलों में हेरफेर का आरोप लगाया है। चोपड़ा ने बताया है कि संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास, भोपाल ने वशिष्ट को 28 मई 2025 को अमृत 2.0 योजना की जलप्रदाय परियोजना सहित अन्य कई मामले में लापरवाही के कारण निलंबित किया। वशिष्ट 30 दिसंबर 2024 से 8 जनवरी 2025 तक अर्जित अवकाश पर थे। इस दौरान सीएमओ का प्रभार डिप्टी कलेक्टर चन्द्रसिंह धार्वे को सौंपा गया था। 6 जनवरी 2025 को एक वृहद परियोजना की फाइल पर वशिष्ट के हस्ताक्षर युक्त टिप्पणी मिली। उसी दिन एक ही पृष्ठ पर दो अधिकारियों के हस्ताक्षर पाए गए। धार्वे ने ठेकेदार को कार्य संबंधी सूचना जारी की। वहीं वशिष्ट ने ठेका निरस्त करने का सुझाव दिया।शिकायत के अनुसार, निलंबन के बाद वशिष्ट ने कर्मचारियों से फाइल मंगवाकर अपने आवास पर टिप्पणी की। 6 जनवरी की टिप्पणी का उल्लेख 17 फरवरी से 16 अप्रैल तक की नोटशीट्स में नहीं मिला। यह टिप्पणी पीएमसी के दस्तावेज़ों में भी नहीं थी।नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति गौरव चौपड़ा ने प्रमुख सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रकरण की विभागीय जांच कराए जाने की संभावना है। आरोप सिद्ध होने पर वशिष्ट के विरुद्ध अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्यवाही की जा सकती है। इस मामले में नगर पलिका सीएमओ महेन्द्र वशिष्ट से उनका का पक्ष जानना चाह मगर उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर होने से बात नहीं हो पाई।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |