नीमच। जिले के जीरन नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 5 में स्थित एक शासकीय नाले की विगत 25 वर्षों से सफाई न होने के कारण स्थानीय निवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड निवासी ओमप्रकाश पाटीदार ने कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के नाम जनसुनवाई में एक शिकायती पत्र सौंपकर इस समस्या के शीघ्र समाधान की गुहार लगाई है।
पाटीदार के अनुसार, वार्ड क्रमांक 5 में स्थित यह शासकीय नाला आधे गांव के पानी की निकासी का मुख्य मार्ग है, लेकिन इसकी वर्षों से सफाई नहीं हुई है। रहवासियों ने अपनी सुविधा अनुसार नाले पर मनमाने ढंग से सीमेंट की पट्टियां डाल रखी हैं, जिससे पानी की निकासी बाधित हो गई है। नतीजतन, बरसात का पानी सड़कों पर फैल जाता है और घरों में घुसने लगता है। ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया कि दो साल पहले उनके घर में रखे 18 बोरी गेहूं भी पानी में भीग गए थे।
उन्होंने बताया कि उन्होंने एक साल पहले इस संबंध में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत (क्रमांक 30725560) भी दर्ज कराई थी, लेकिन आज तक नाले की पट्टियां हटाकर उसकी साफ-सफाई नहीं की गई है। उनकी शिकायत को बार-बार बंद कर दिया जाता है, जिसे वे पुनः खुलवाते रहते हैं।
शिकायत पत्र में पाटीदार ने बताया कि नाले की मूल गहराई करीब 5 फीट और चौड़ाई 6 फीट थी, लेकिन अब पट्टियां डालने के कारण इसकी गहराई मात्र 2 फीट रह गई है। पहले यह पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पार कर सक्रानी रास्ते में चला जाता था, लेकिन नीमच रोड के 1 फीट ऊंचा बनने के बाद अब यही पानी सीधे उनके घरों में घुस रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जीरन तहसीलदार ने भी नाले का मौका मुआयना किया था, लेकिन उन्होंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। वे लगातार तीन दिनों तक जीरन नगर परिषद की सीएमओ मैडम से मिले, लेकिन उन्होंने भी इस समस्या को नजरअंदाज किया और जानबूझकर इस कार्य को तवज्जो नहीं दी। पाटीदार ने यहां तक संभावना व्यक्त की कि यह समस्या राजनीतिक कारणों से भी लंबित हो सकती है।
शिकायत में कहा गया है कि उन्हें संतुष्ट करने के लिए नाले पर चूना छिड़क दिया गया, लेकिन इसके ठीक अगले दिन अतिक्रमणकारियों ने नगर परिषद में एक आवेदन देकर दावा किया कि नाला पूरी तरह साफ है। पाटीदार ने इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि जल मंदिर से गणपति मंदिर तक कहीं भी पानी नाले में जाने की जगह नहीं है और बरसात का पानी सड़क पर ही दौड़ता है।
नगर परिषद में यह तय हुआ था कि जल मंदिर से गणपति मंदिर तक के शासकीय नाले और श्मशान के आम रास्ते के नालों की सफाई होनी है। बारिश का मौसम सिर पर होने के कारण, पाटीदार ने कलेक्टर से शीघ्रताशीघ्र इन नालों की साफ-सफाई पट्टियों को ऊपर उठाकर जेसीबी से कराने का अनुरोध किया है, ताकि बारिश का पानी उनके घरों में घुसकर नुकसान न पहुंचाए।
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