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*सोनम ने ही कराई थी पति राजा की हत्या: यूपी में सरेंडर किया, 03 सहयोगी भी गिरफ्तार; मेघालय CM संगमा ने दी जानकारी*हनीमून मनाने मेघालय गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी ने ही कराई थी। उसने यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया है। वारदात में शामिल तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।हमलावर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। एक आरोपी की तलाश जारी है। मेघालय के CM कोनराड संगमा ने X पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है।सोनम के पिता देवीसिंह ने बताया-* रात करीब 2 बजे सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची थी। यहां ढाबे वाले से कहकर भाई गोंविद को कॉल किया। गोविंद ने गाजीपुर से अपने परिचित को वहां भेजा। इसके बाद उन्होंने सोनम से फोन पर बात कराई।गाजीपुर एसपी बोले-* सोनम अभी बयान देने की स्थिति में नहीं गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया- सोनम अभी भी बयान देने की स्थिति में नहीं है। वह लंबे समय से सोई भी नहीं है। उसे गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में महिला पुलिस की निगरानी में रखा गया है। पुलिस जब गश्त पर थी, तब पुलिसकर्मियों ने नंदगंज के काशी ढाबा पर एक महिला को बेहोशी की हालत में पड़ा देखा। इसके बाद थाना प्रभारी को सूचना दी। पुलिस पूछताछ में पुष्टि हुई कि यह वही सोनम रघुवंशी है, जो अपने पति राजा रघुवंशी के साथ शिलांग में लापता हुई थीएसपी डॉ. ईरज राजा ने कहा, 'यह मामला दूसरे प्रदेश से जुड़ा हुआ है, इसलिए जब तक वहां की पुलिस नहीं पहुंचती, तब तक गाजीपुर पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती।' *मेघालय के गाइड ने बताया था-* दंपती के साथ तीन लोग थे शिलॉन्ग के एक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन राजा और सोनम लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने पुलिस को बताया था कि राजा और सोनम को तीन पर्यटकों के साथ 23 मई सुबह 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात के बीच देखा गया।अल्बर्ट ने कहा कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उन्होंने दूसरे गाइड वानसाई को की सेवाएं ली थीं।उन्होंने बताया कि चारों आगे चल रहे थे, जबकि सोनम पीछे थी। वे चारों हिंदी में बात कर रहे थे। लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए।20 मई को शिलॉन्ग के लिए निकले थे राजा-सोनम:-* राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग के लिए रवाना हुए। पहले उन्होंने गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए। यहां से 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया।राजा के भाई विपिन ने बताया कि 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। मैं और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से कार से भोपाल गए। वहां से फ्लाइट से दिल्ली और फिर गुवाहाटी पहुंचे। यहां से कार से शिलॉन्ग आए। फिर टैक्सी से सोरा गए। हमने वहां पहुंचते ही सर्चिंग शुरू कर दी।यहां मोपेड किराए पर देने वाला अनिल मिला। वह उस स्पॉट पर ले गया, जहां राजा की किराए की मोपेड मिली थी। इसके बाद उसी मोपेड से सोरा थाने पहुंचे। यहां 8 पुलिसवाले ही हैं। उनके पास हथियार भी नहीं। इनमें से एक ने भी हमारी बात नहीं सुनी। हमें नसीहत दी कि और ढूंढिए, मिल जाएंगे।हम अगले दिन सुबह से फिर उनकी तलाश में जुट गए। कुछ लोगों को फोटो दिखाए। पूछताछ करते-करते सोरा के होटल तक पहुंचे। होटल के मैनेजर ने बताया कि दोनों सुबह 5.30 बजे चेक आउट कर चले गए। हमें यहीं शक हुआ कि कोई कपल कहीं घूमने आया है और उसकी नई शादी हुई है, वह सुबह 5.30 कैसे चेकआउट कर सकता है।सर्चिंग के नाम पर पूछताछ कर रही थी पुलिस राजा के भाई ने आगे बताया- होटल के बाद हम सोरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय शिकायती आवेदन ले लिया। वे सर्चिंग के नाम पर कुछ लोगों से पूछताछ कर रहे थे। हमें यहां के दुकानदारों ने अलर्ट कर दिया था। शिलॉन्ग में किसी तरह का खतरा नहीं लेकिन सोरा में रुकना खतरे से खाली भी नहीं।दरअसल, शिलॉन्ग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर सोरा ग्रामीण इलाका है। यहां के लोग पहाड़ियों में रहते हैं। इसी रास्ते से पर्यटक डबल डेकर ब्रिज के लिए जाते हैं। यहां करीब 4 हजार सीढ़ियां उतरकर होटल हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर न गार्ड है, न पुलिस। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। सीएम और सांसद की मदद के बाद आई तेजी विपिन ने बताया कि 2 दिन बाद जब सीएम डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी के साथ प्रदेश की तरफ से मेघालय सरकार से बात की गई तो वहां सर्चिंग और अन्य चीजों में मदद मिली। शिलॉन्ग से कुछ अफसर आए।वे उस होटल तक गए, जहां पर राजा-सोनम रुके थे। फिर दो दिन तक उस 5 किलोमीटर के क्षेत्र की लोकेशन पर तलाशी करते रहे, जहां किराए की स्कूटी मिली थी।विपिन ने कहा* राजा और सोनम से आखिरी बार बातचीत जिस दिन वे गुम हुए, उस दिन 01:43 पर हुई थी। सोरा के डबल डेकर (लिविंग रूट) घूमने के लिए राजा ने एक गाइड को लिया था, वे नीचे गए और घूमकर ऊपर आए। वापसी के वक्त उन लोगों के साथ बातचीत हुई थी। राजा ने बताया था कि एक जगह कॉफी पी, लेकिन कॉफी अच्छी नहीं लगी तो फेंक दी और अब वे केले खा रहे हैं। इसके बाद लौटेंगे।गाइड और चाय-कॉफी वाले से की पूछताछ विपिन ने बताया कि जिस दिन राजा और सोनम गायब हुए, उस दिन दोपहर डेढ़ बजे से करीब सवा दो बजे के बीच उनका मोबाइल बंद हुआ। होटल कर्मचारी ने उनके सुबह-सुबह होटल छोड़ने की बात कही थी। गाइड और फिर कॉफी वाला...इन तीन लोगों से विपिन और गोविंद को वहां की पुलिस ने बात ही नहीं करने दी। उन्हें सामान्य तौर पर पूछताछ करते हुए जाने दिया जबकि उनकी बातों से उन पर शुरुआत से ही शंका हो रही थी। 80 फीसदी लोग आसपास से आते हैं घूमने विपिन ने बताया कि हमने शिलॉन्ग में कई लोगों से बात की। उनके मुताबिक सोरा में लोकल गैंग ही वारदातें करती हैं। शिलॉन्ग, सोरा और आसपास के इलाकों में 80 प्रतिशत पर्यटक आसपास के प्रदेश और शहरों से आते हैं। उनके साथ कभी वारदात नहीं होती है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और विदेशों से आने वाले पर्यटक ही अधिकतर वहां हादसे का शिकार हुए हैं। उनके साथ लूटपाट भी होती है लेकिन वह शिकायत नहीं करते हुए सीधे निकल जाते हैं। यहां की पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती। उन्हें भी शिलॉन्ग के लोगों ने सोरा में रुकने से मना कर दिया था इसलिए शिलॉन्ग से हर दिन टैक्सी लेकर आना-जाना करते हैं। |
*सोनम ने ही कराई थी पति राजा की हत्या: यूपी में सरेंडर किया, 03 सहयोगी भी गिरफ्तार; मेघालय CM संगमा ने दी जानकारी*हनीमून मनाने मेघालय गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी ने ही कराई थी। उसने यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया है। वारदात में शामिल तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।हमलावर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। एक आरोपी की तलाश जारी है। मेघालय के CM कोनराड संगमा ने X पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है।सोनम के पिता देवीसिंह ने बताया-* रात करीब 2 बजे सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची थी। यहां ढाबे वाले से कहकर भाई गोंविद को कॉल किया। गोविंद ने गाजीपुर से अपने परिचित को वहां भेजा। इसके बाद उन्होंने सोनम से फोन पर बात कराई।गाजीपुर एसपी बोले-* सोनम अभी बयान देने की स्थिति में नहीं गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया- सोनम अभी भी बयान देने की स्थिति में नहीं है। वह लंबे समय से सोई भी नहीं है। उसे गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में महिला पुलिस की निगरानी में रखा गया है। पुलिस जब गश्त पर थी, तब पुलिसकर्मियों ने नंदगंज के काशी ढाबा पर एक महिला को बेहोशी की हालत में पड़ा देखा। इसके बाद थाना प्रभारी को सूचना दी। पुलिस पूछताछ में पुष्टि हुई कि यह वही सोनम रघुवंशी है, जो अपने पति राजा रघुवंशी के साथ शिलांग में लापता हुई थीएसपी डॉ. ईरज राजा ने कहा, 'यह मामला दूसरे प्रदेश से जुड़ा हुआ है, इसलिए जब तक वहां की पुलिस नहीं पहुंचती, तब तक गाजीपुर पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती।'
*मेघालय के गाइड ने बताया था-* दंपती के साथ तीन लोग थे शिलॉन्ग के एक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन राजा और सोनम लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने पुलिस को बताया था कि राजा और सोनम को तीन पर्यटकों के साथ 23 मई सुबह 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात के बीच देखा गया।अल्बर्ट ने कहा कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उन्होंने दूसरे गाइड वानसाई को की सेवाएं ली थीं।उन्होंने बताया कि चारों आगे चल रहे थे, जबकि सोनम पीछे थी। वे चारों हिंदी में बात कर रहे थे। लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए।20 मई को शिलॉन्ग के लिए निकले थे राजा-सोनम:-* राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग के लिए रवाना हुए। पहले उन्होंने गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए। यहां से 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया।राजा के भाई विपिन ने बताया कि 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। मैं और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से कार से भोपाल गए। वहां से फ्लाइट से दिल्ली और फिर गुवाहाटी पहुंचे। यहां से कार से शिलॉन्ग आए। फिर टैक्सी से सोरा गए। हमने वहां पहुंचते ही सर्चिंग शुरू कर दी।यहां मोपेड किराए पर देने वाला अनिल मिला। वह उस स्पॉट पर ले गया, जहां राजा की किराए की मोपेड मिली थी। इसके बाद उसी मोपेड से सोरा थाने पहुंचे। यहां 8 पुलिसवाले ही हैं। उनके पास हथियार भी नहीं। इनमें से एक ने भी हमारी बात नहीं सुनी। हमें नसीहत दी कि और ढूंढिए, मिल जाएंगे।हम अगले दिन सुबह से फिर उनकी तलाश में जुट गए। कुछ लोगों को फोटो दिखाए। पूछताछ करते-करते सोरा के होटल तक पहुंचे। होटल के मैनेजर ने बताया कि दोनों सुबह 5.30 बजे चेक आउट कर चले गए। हमें यहीं शक हुआ कि कोई कपल कहीं घूमने आया है और उसकी नई शादी हुई है, वह सुबह 5.30 कैसे चेकआउट कर सकता है।सर्चिंग के नाम पर पूछताछ कर रही थी पुलिस राजा के भाई ने आगे बताया- होटल के बाद हम सोरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय शिकायती आवेदन ले लिया। वे सर्चिंग के नाम पर कुछ लोगों से पूछताछ कर रहे थे। हमें यहां के दुकानदारों ने अलर्ट कर दिया था। शिलॉन्ग में किसी तरह का खतरा नहीं लेकिन सोरा में रुकना खतरे से खाली भी नहीं।दरअसल, शिलॉन्ग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर सोरा ग्रामीण इलाका है। यहां के लोग पहाड़ियों में रहते हैं। इसी रास्ते से पर्यटक डबल डेकर ब्रिज के लिए जाते हैं। यहां करीब 4 हजार सीढ़ियां उतरकर होटल हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर न गार्ड है, न पुलिस। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं।
सीएम और सांसद की मदद के बाद आई तेजी विपिन ने बताया कि 2 दिन बाद जब सीएम डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी के साथ प्रदेश की तरफ से मेघालय सरकार से बात की गई तो वहां सर्चिंग और अन्य चीजों में मदद मिली। शिलॉन्ग से कुछ अफसर आए।वे उस होटल तक गए, जहां पर राजा-सोनम रुके थे। फिर दो दिन तक उस 5 किलोमीटर के क्षेत्र की लोकेशन पर तलाशी करते रहे, जहां किराए की स्कूटी मिली थी।विपिन ने कहा* राजा और सोनम से आखिरी बार बातचीत जिस दिन वे गुम हुए, उस दिन 01:43 पर हुई थी। सोरा के डबल डेकर (लिविंग रूट) घूमने के लिए राजा ने एक गाइड को लिया था, वे नीचे गए और घूमकर ऊपर आए। वापसी के वक्त उन लोगों के साथ बातचीत हुई थी। राजा ने बताया था कि एक जगह कॉफी पी, लेकिन कॉफी अच्छी नहीं लगी तो फेंक दी और अब वे केले खा रहे हैं। इसके बाद लौटेंगे।गाइड और चाय-कॉफी वाले से की पूछताछ विपिन ने बताया कि जिस दिन राजा और सोनम गायब हुए, उस दिन दोपहर डेढ़ बजे से करीब सवा दो बजे के बीच उनका मोबाइल बंद हुआ। होटल कर्मचारी ने उनके सुबह-सुबह होटल छोड़ने की बात कही थी।
गाइड और फिर कॉफी वाला...इन तीन लोगों से विपिन और गोविंद को वहां की पुलिस ने बात ही नहीं करने दी। उन्हें सामान्य तौर पर पूछताछ करते हुए जाने दिया जबकि उनकी बातों से उन पर शुरुआत से ही शंका हो रही थी। 80 फीसदी लोग आसपास से आते हैं घूमने विपिन ने बताया कि हमने शिलॉन्ग में कई लोगों से बात की। उनके मुताबिक सोरा में लोकल गैंग ही वारदातें करती हैं। शिलॉन्ग, सोरा और आसपास के इलाकों में 80 प्रतिशत पर्यटक आसपास के प्रदेश और शहरों से आते हैं। उनके साथ कभी वारदात नहीं होती है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और विदेशों से आने वाले पर्यटक ही अधिकतर वहां हादसे का शिकार हुए हैं। उनके साथ लूटपाट भी होती है लेकिन वह शिकायत नहीं करते हुए सीधे निकल जाते हैं। यहां की पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती। उन्हें भी शिलॉन्ग के लोगों ने सोरा में रुकने से मना कर दिया था इसलिए शिलॉन्ग से हर दिन टैक्सी लेकर आना-जाना करते हैं।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |