झांतला। सिंगोली तहसील की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत व अनेक राजनीतिक तमगें लटकाने वाली छोटी भोपाल झांतला भाजपा सरकार के विकसित भारत की पोल खोल रहा है। ग्राम में आज मूलभूत व बुनियादी सुविधाओं को लोग तरस रहे हैं। पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि आंखें मूंदे बैठे हुए हैं। जब यह मूल चीजें ही लोगों को नहीं मिल पा रही है। तब स्थानीय निकाय से अन्य विकास की क्या उम्मीद रखी जा सकती है। पूर्व मंत्री व विधायक ओमप्रकाश सकलेचा द्वारा इस ग्राम को कहीं विकास की करोड़ों रुपए की सौगातें दी जा रही है। जिसमें एक करोड़ का सार्वजनिक सामुदायिक भवन, वह एक करोड़ से ऊपर की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झांतला की नवीन बिल्डिंग व पुरानी बिल्डिंग को सुधारा जाएगा लेकिन स्थानीय निकाय, व,वर्तमान युवा सरपंच से लेकर पंचायत बाड़ी से ग्राम की जनता को बड़ी उम्मीद वह आश थी। कि झांतला से लेकर भोपाल दिल्ली तक कड़ी से कड़ी जोड़ने वह ट्रिपल इंजन की सरकार से झांतला में विकास के नए आयाम को लिखा जाएगा वह ग्राम में आमूल चूल परिवर्तन होगा उक्त आशय की जानकारी देते हुए ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष जैन ने बताया कि विकास की बात तो दूर ग्राम में गंदगी के ढेर पहाड़ का रूप ले रहे हैं। और नालियां कीचड़ व गंदगी से अटी पड़ी होकर अपनी सीमाएं तोड़ नालियों से गंदगी,बाहर आकर लोगों का स्वागत कर रही है। इनमें मच्छर व मक्खियों पलवित व पुष्पित होकर लोगों को अपना शिकार बना रही है।
पूरे देश में हिंदू धर्म का सबसे बड़ा दीपावली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश व रोशनी की विजय के रूप में मनाया जाएगा लेकिन ग्राम में कई जगह स्ट्रीट लाइट खराब होने से शायद लोगों को रोशनी का पर्व अंधेरे में ही मानना पड़ेगा श्री जैन ने आगे बताया कि जिस देश में गाय को गौ माता का दर्जा दिया गया हो और जिसमें 33 करोड़ देवता विद्यमान हो ऐसे में भाजपा सरकार ने पंचायतों को निर्देशित भी कर रखा है। कि आवारा मवेशियों को स्थानीय पंचायत गौशाला में भिजवाए लेकिन ग्राम में पंचायत की लापरवाही वह उदासीनता से जो गंदगी के ढेर ग्राम की हर दिशा में लगे हुए हैं। उनके अंदर प्लास्टिक झलियां पॉलिथीन खाकर काल का ग्रास बन रही है। ऐसा ही मामला विगत दिनों झांतला में देखा गया कि एक गाय ने पॉलिथीन खाने से तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया जिसको बचाने की कोशिश स्थानीय गौसेवक पिंकेश सुथार, रोहित सुथार, राहुल सुथार, बंटी ढरना, सुमंत सुथार फौजी द्वारा भी की गई। और इस संबंध में
गौसेवकों ने स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधि व जिम्मेदारों को भी बताई लेकिन उसका अभी तक समाधान नहीं,हो पाया है। अन्य जगह की क्या बात करें ग्राम की मुख्य नाक बस स्टैंड रामलीला मैदान पर पॉलीथिन व कचरे का अंबार लगा हुआ है। जिसकी हालत आमजन ग्रुप के माध्यम से भी पहुंचा रहे हैं। लेकिन इसके समाधान हेतु अभी तक पंचायत ने कोई ठोस व माकुल कदम नहीं उठाए हैं। जो कचरा वाहन ग्राम में लगाया गया है। इस गांव का सारा कचरा एकत्रित कर या तो उसे गड्ढे में डाला जाए या फिर उसे जला दिया जाए या फिर कचरा पात्र रखे जाएं ताकि गायें उसे ना खा पाए ग्राम में एक नहीं अनेक समस्याएं राक्षस सुरक्षा की तरह मुंह फाड़े खड़ी है। पूरी ग्राम पंचायत लकवा ग्रस्त वह सारे पंच पंगु बने बैठे हैं। और जो पंच व आम लोग पंचायत के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उसे नहीं सुनी जाती या इनकी मनमर्जी वह तानाशाही से दबा दी जाती है। यह सत्ता मद में इनकी सुनवाई नहीं होती है। ग्राम वासी वह आम मतदाता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। ग्राम की नई आबादी की स्थिति काफी देयनीय बनी हुई है। लोगों का रास्ते पर चलना भी दुभर हो रहा है। क्या इस संबंध में भाजपा के आला नेता इस ग्राम पर अपना ध्यान देकर इन समस्याओं का समाधान करवाएंगे। या फिर गौ माता व विकसित भारत की बड़ी-बड़ी बातें ही करते रहेंगे। सिंगोली से ख्वाजा हुसैन मेवाती की रिपोर्ट
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