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नीमच, निप्र। साल का पहला और सबसे लंबा सूर्य ग्रहण 8 अप्रैलअप्रैल को लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण को काफी खास माना जा रहा है क्योंकि ऐसा सूर्यग्रहण तकरीबन 50 वर्ष के बाद लगने जा रहा है। ये साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा जो काफी लंबे समय तक रहने वाला है।
जानकारों की मानें तो इस सूर्यग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे 25 मिनट की होगी। इसमें से करीब साढ़े सात मिनट का समय ऐसा रहेगा, जिस दौरान धरती पर अंधेरा छाया रहेगा।
सूर्यग्रहण से जुड़ी मान्यताएं सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान खाना-पीना मना होता है। गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी छीलना, काटना नहीं चाहिए। माना जाता है कि पानी में कुछ बूंदे तुलसी के या पत्ते डालकर इसे उबाल कर पीना चाहिए। वे लोग जो बीमार हैं या जो बुजुर्ग हैं उन्हें इस दौरान उपवास नहीं करना चाहिए.। इस दौरान खाने में आप मेवे ले सकते हैं। यह कम मात्रा में खाने पर भी शरीर को पूरी एनर्जी देंगे। महिलाओं को ग्रहण के दौरान सात्विक भोजन लेने की सलाह दी जाती है।
सूर्य ग्रहण का समय भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण की शुरुआत 8 अप्रैल को रात 9.12 बजे से होगी और ये रात को 2.22 बजे समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे और 10 मिनट की रहेगी। वहीं बात करें अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड और इंग्लैंड जैसे देशों की तो वहां सूर्य ग्रहण की शुरुआत दोपहर 2.15 बजे से होगी
पूर्ण सूर्य ग्रहण वर्ष का ये पहला सूर्य ग्रहण पूर्ण होगा, जिसको खग्रास सूर्य ग्रहण के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि सूर्यग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। ऐसे में सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नहीं पड़ती है और पृथ्वी पर अंधेरा हो जाता है। ऐसे में ये पूर्ण सूर्य ग्रहण माना जाता है।
भारत में नहीं आएगा नजर सोमवार यानी 8 अप्रैल को लगने जा रहा रहा ये सूर्य ग्रहण हमारे देश भारत में नजर नहीं आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य ग्रहण जिस समय लगेगा उस समय भारत में रात का समय होगा।
कितनी देर का होगा सूतक काल आमतौर पर ग्रहण के शुरू होने के करीब 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण के खत्म होने के बाद ही समाप्त होता है, लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा क्योंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। |
नीमच, निप्र। साल का पहला और सबसे लंबा सूर्य ग्रहण 8 अप्रैलअप्रैल को लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण को काफी खास माना जा रहा है क्योंकि ऐसा सूर्यग्रहण तकरीबन 50 वर्ष के बाद लगने जा रहा है। ये साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा जो काफी लंबे समय तक रहने वाला है।
जानकारों की मानें तो इस सूर्यग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे 25 मिनट की होगी। इसमें से करीब साढ़े सात मिनट का समय ऐसा रहेगा, जिस दौरान धरती पर अंधेरा छाया रहेगा।
सूर्यग्रहण से जुड़ी मान्यताएं
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान खाना-पीना मना होता है। गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी छीलना, काटना नहीं चाहिए। माना जाता है कि पानी में कुछ बूंदे तुलसी के या पत्ते डालकर इसे उबाल कर पीना चाहिए। वे लोग जो बीमार हैं या जो बुजुर्ग हैं उन्हें इस दौरान उपवास नहीं करना चाहिए.। इस दौरान खाने में आप मेवे ले सकते हैं। यह कम मात्रा में खाने पर भी शरीर को पूरी एनर्जी देंगे। महिलाओं को ग्रहण के दौरान सात्विक भोजन लेने की सलाह दी जाती है।
सूर्य ग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण की शुरुआत 8 अप्रैल को रात 9.12 बजे से होगी और ये रात को 2.22 बजे समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे और 10 मिनट की रहेगी। वहीं बात करें अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड और इंग्लैंड जैसे देशों की तो वहां सूर्य ग्रहण की शुरुआत दोपहर 2.15 बजे से होगी
पूर्ण सूर्य ग्रहण
वर्ष का ये पहला सूर्य ग्रहण पूर्ण होगा, जिसको खग्रास सूर्य ग्रहण के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि सूर्यग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। ऐसे में सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नहीं पड़ती है और पृथ्वी पर अंधेरा हो जाता है। ऐसे में ये पूर्ण सूर्य ग्रहण माना जाता है।
भारत में नहीं आएगा नजर
सोमवार यानी 8 अप्रैल को लगने जा रहा रहा ये सूर्य ग्रहण हमारे देश भारत में नजर नहीं आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य ग्रहण जिस समय लगेगा उस समय भारत में रात का समय होगा।
कितनी देर का होगा सूतक काल
आमतौर पर ग्रहण के शुरू होने के करीब 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण के खत्म होने के बाद ही समाप्त होता है, लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा क्योंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा।