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कांग्रेस से 'दूर' हो रहे कमलनाथ, बीजेपी ने भी दिए संकेत! एमपी में होने वाला है बड़ा सियासी खेल? 43 साल लंबी राजनैतिक पारी खेलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बीजेपी में एंट्री की पटकथा दो माह से राजनैतिक कोहराम मचा रही है। हर दिन इस बड़े फेरबदल की धुंध हटने का नाम नहीं ले रही हैं। चर्चाएं आम हैं। सोशल मीडिया पर ऐसी बातें खूब फैल रही हैं। कमलनाथ इस पूरे मामले में अभी तक ना अपना रुख स्पष्ट कर रहे हैं, ना ही बीजेपी में जाने की अटकलों का खुलकर खंडन कर रहे हैं। इन चर्चाओं को और हवा तब मिली, जब कमलनाथ ने 17 फरवरी के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। पूर्व सीएम अपने बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली कूच कर गए। दूसरी तरफ मीडिया में खबरें चलने लगीं कि दोनों पिता-पुत्र की जोड़ी बीजेपी में शामिल हो रही है। इस बात की पुष्टि नकुलनाथ ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) के बायो से कांग्रेस पार्टी का नाम हटाकर कर दी। उनके दिल्ली कूच करते ही कट्टर समर्थक नेताओं ने भी अपने अकाउंट से कांग्रेस का नाम हटा दिया। इसमें सबसे पहला नाम पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का आया। 'कांग्रेसी' नहीं रहे नकुलनाथ? X के बायो से पार्टी का नाम गायब, BJP में शामिल होने की अटकलें एक वजह ये भी दिल्ली की पॉलिटिक्स में रचे- बसे कमलनाथ ने एमपी में हुए पूरे घटनाक्रम, सत्ता से दूरी और आलाकमान की हर बात को स्वीकारा। उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की और राज्यसभा के माध्यम से दिल्ली वापसी की चर्चा की। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने का भरोसा भी दिया, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने कमलनाथ के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। जिससे आहत कमलनाथ इस घटनाक्रम से पार्टी को लेकर असहज हो गए। संभवतः यह सब घटित होने के बाद कांग्रेस के कमलनाथ अब भाजपा के कमल फूल की ओर आकर्षित हो गए। लगातार पांच सालों तक कांग्रेस पार्टी को प्रदेश में खड़ा कर चुनाव लड़ने के काबिल बनाने वाले कमलनाथ को जब 2023 में सफलता नहीं मिली तो अचानक ही सबकुछ बदल गया। सरकार नहीं आने पर पार्टी ने उनकी सेवाओं और समर्पण को दरकिनार कर दिया, जिसके बाद पार्टी के नेताओं के सुर भी बदल गए। कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने भाजपा से सांठगांठ का आरोप भी जड़ दिया, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें शोकाज नोटिस देकर खानापूर्ति कर दी और कार्यवाही नहीं की। इस बयानबाजी से नाथ काफी दुखी हुए और दूरियां होनी शुरु होती दिखाई दी।
इस बीच देर शाम खबर आई कि पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ शाम को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े नेता इस दौरान मौजूद रह सकते है। वहीं खबर ये भी है कि नाथ समर्थक मध्यप्रदेश के एक दर्जन विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री सहित कई बड़े नेताओं के बीजेपी प्रवेश के लिए प्रदेश के छिंदवाड़ा में बड़ा आयोजन होगा। जिसमें सीएम और प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। |
भोपाल: अस्सी का वो दशक, जब देश में इंदिरा गांधी एकमात्र बड़ा राजनीतिक चेहरा थीं। देशभर में कांग्रेस तेजी से फैल रही थी। उसी वक्त कलकत्ता में जन्मे और दून स्कूल में पढ़ाई करने वाले कमलनाथ राजनीति में कदम रखते हैं। संजय गांधी के मित्र होने के साथ वे राजीव गांधी के करीब हुए। पीएम इंदिरा गांधी के वक्त में गांधी परिवार के तीसरे पुत्र के रुप में उन्होंने 1980 में छिंदवाड़ा से अपनी राजनीति की शुरुआत की।
कांग्रेस से 'दूर' हो रहे कमलनाथ, बीजेपी ने भी दिए संकेत! एमपी में होने वाला है बड़ा सियासी खेल?
43 साल लंबी राजनैतिक पारी खेलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बीजेपी में एंट्री की पटकथा दो माह से राजनैतिक कोहराम मचा रही है। हर दिन इस बड़े फेरबदल की धुंध हटने का नाम नहीं ले रही हैं। चर्चाएं आम हैं। सोशल मीडिया पर ऐसी बातें खूब फैल रही हैं। कमलनाथ इस पूरे मामले में अभी तक ना अपना रुख स्पष्ट कर रहे हैं, ना ही बीजेपी में जाने की अटकलों का खुलकर खंडन कर रहे हैं।
इन चर्चाओं को और हवा तब मिली, जब कमलनाथ ने 17 फरवरी के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। पूर्व सीएम अपने बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली कूच कर गए। दूसरी तरफ मीडिया में खबरें चलने लगीं कि दोनों पिता-पुत्र की जोड़ी बीजेपी में शामिल हो रही है। इस बात की पुष्टि नकुलनाथ ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) के बायो से कांग्रेस पार्टी का नाम हटाकर कर दी। उनके दिल्ली कूच करते ही कट्टर समर्थक नेताओं ने भी अपने अकाउंट से कांग्रेस का नाम हटा दिया। इसमें सबसे पहला नाम पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का आया।
'कांग्रेसी' नहीं रहे नकुलनाथ? X के बायो से पार्टी का नाम गायब, BJP में शामिल होने की अटकलें
एक वजह ये भी
दिल्ली की पॉलिटिक्स में रचे- बसे कमलनाथ ने एमपी में हुए पूरे घटनाक्रम, सत्ता से दूरी और आलाकमान की हर बात को स्वीकारा। उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की और राज्यसभा के माध्यम से दिल्ली वापसी की चर्चा की। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने का भरोसा भी दिया, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने कमलनाथ के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। जिससे आहत कमलनाथ इस घटनाक्रम से पार्टी को लेकर असहज हो गए। संभवतः यह सब घटित होने के बाद कांग्रेस के कमलनाथ अब भाजपा के कमल फूल की ओर आकर्षित हो गए।
लगातार पांच सालों तक कांग्रेस पार्टी को प्रदेश में खड़ा कर चुनाव लड़ने के काबिल बनाने वाले कमलनाथ को जब 2023 में सफलता नहीं मिली तो अचानक ही सबकुछ बदल गया। सरकार नहीं आने पर पार्टी ने उनकी सेवाओं और समर्पण को दरकिनार कर दिया, जिसके बाद पार्टी के नेताओं के सुर भी बदल गए। कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने भाजपा से सांठगांठ का आरोप भी जड़ दिया, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें शोकाज नोटिस देकर खानापूर्ति कर दी और कार्यवाही नहीं की। इस बयानबाजी से नाथ काफी दुखी हुए और दूरियां होनी शुरु होती दिखाई दी।
तो आज शामिल हो सकते हैं नाथ
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने को लेकर अटकलें तेज हैं। इस बीच कमलनाथ, नकुलनाथ के साथ छिंदवाड़ा से कार्यक्रम में संसोधन कर दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली पहुंचने पर कमलनाथ ने बीजेपी में जाने के मीडिया के सवाल पर इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि आप सभी उत्साहित क्यों हो रहे हैं, ऐसा कुछ होता है तो मैं आप सभी को सूचित करूंगा।
इस बीच देर शाम खबर आई कि पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ शाम को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े नेता इस दौरान मौजूद रह सकते है। वहीं खबर ये भी है कि नाथ समर्थक मध्यप्रदेश के एक दर्जन विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री सहित कई बड़े नेताओं के बीजेपी प्रवेश के लिए प्रदेश के छिंदवाड़ा में बड़ा आयोजन होगा। जिसमें सीएम और प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।