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इस दौरान भटावली गांव के लोग बस के आसपास इकट्ठे हो गए। लेकिन बस में दौड़ रहे करंट की वजह से किसी भी ग्रामीण ने बस में चढ़ने की हिम्मत नहीं की। करीब पांच मिनट बाद जब लाइट कटी, तब ग्रामीण बस के शीशे तोड़कर और बस के गेट को तोड़कर बस में घुसे और अपनी निजी गाड़ियों से घायलों को बस से उतारकर कर अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल, शहर की निजी अस्पताल गोविंद गुप्ता में पांच लोगों को भर्ती किया गया है। बाकी के घायलों को भी भरतपुर लाया जा रहा है। घटना में करीब 15 लोग घायल हुए हैं, जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। |
भरतपुर संभाग के डीग जिले के कुम्हेर थाना इलाके में श्रद्धालुओं से भरी बस 11 हजार केवी बिजली की लाइन से टकरा गई। इसके बाद पूरी बस में करंट दौड़ गया। करीब पांच मिनट तक पूरी बस में करंट की वजह से धमाके होते रहे। करंट इतना तेज था कि बस के टायर तक चल गए।
इस घटना को देख आसपास के ग्रामीण मौके पर इकट्ठे हो गए। लेकिन बस में दौड़ रही करंट की वजह से कोई भी बस में चढ़ने की हिम्मत नहीं कर पाया। पांच मिनट बाद जब लाइट कटी, तब जाकर ग्रामीणों ने बसों के शीशे तोड़कर और बस के गेट को तोड़कर श्रद्धालुओं को बाहर निकाला। इस घटना में करीब 15 श्रद्धालु घायल हुए हैं।
बस में मौजूद व्यक्ति नारेंद्र ने बताया कि बस में करीब 85 श्रद्धालु सवार थे। सभी लोग कुम्हेर थाना इलाके के पपरेरा गांव के रहने वाले थे। गांव के लोग शुक्रवार आठ बजे निजी बस के द्वारा खाटूश्याम दर्शन के लिए गए थे। यह सभी ग्रामीणों की पहली तीर्थ यात्रा थी। शनिवार जब वह वापस अपने गांव पपरेरा लौट रहे थे। तभी गांव से करीब तीन किलोमीटर पहले भटावली गांव के पास अचानक बस में करंट दौड़ गया। एक बार तो ऐसा लगा कि बस में सवार कोई भी व्यक्ति आज नहीं बच पाएगा। सभी लोग भगवान को याद करने लगे। बस में करीब पांच मिनट तक धमाके होते रहे।
इस दौरान भटावली गांव के लोग बस के आसपास इकट्ठे हो गए। लेकिन बस में दौड़ रहे करंट की वजह से किसी भी ग्रामीण ने बस में चढ़ने की हिम्मत नहीं की। करीब पांच मिनट बाद जब लाइट कटी, तब ग्रामीण बस के शीशे तोड़कर और बस के गेट को तोड़कर बस में घुसे और अपनी निजी गाड़ियों से घायलों को बस से उतारकर कर अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल, शहर की निजी अस्पताल गोविंद गुप्ता में पांच लोगों को भर्ती किया गया है। बाकी के घायलों को भी भरतपुर लाया जा रहा है। घटना में करीब 15 लोग घायल हुए हैं, जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।