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नीमच,प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक िसतंबर को नीमच आएंगे। उनके रोड शो और आम सभा की जिलेभर में जोरदार तैयारी हो रही है। रोड शो वाले मार्ग को कांग्रेस नेताओं ने होर्डिंग और पोस्टर से पाट दिया है। खास बात यह कि टिकट की दौड़ में शुरू हुए पोस्टर वार से कांग्रेस में गुटों की भरमार साफ छलक रही है। आकाओं के फोटो लगा कर शक्ति दिखाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की आमसभा और रोड शो की सफलता के लिए सेक्टर और मंडलम स्तर पर तैयारियों की जा रही है। बीते 19 वर्षों में डेढ़ साल का अपवाद छोड़ दें तो कांग्रेस को सत्ता एक स्वप्न ही लगने लगी है। इस बार चुनाव में अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति बन रही है। वरिष्ठ नेताओं की इस मंशा पर टिकट के दावेदार पानी फेर रहे हैं। टिकट के लिए शक्ति प्रदर्शन की दौड़ में संगठन गौण हो गया है। भाजपा में दिखा अनुशासन, कांग्रेस में गुटबाजी विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने में अभी करीब 40 िदन बाकी हैं, लेकिन िबगुल बज चुका है। प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा में वार युद्ध शुरू हो चुका है। इस बीच भाजपा पूरे अनुशासन और समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है, जबकि कांग्रेस में अनुशासन को ताक मंे रख दिया गया है। पहले नीमच में और फिर मनासा में मुख्यमंत्री शिवराज िसंह चौहान की सभाएं हो चुकी है। जावद में भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय की सभा हो चुकी है। इन सभाओं में भाजपा ने एकजुटता और अनुशासन दिखाने का हर संभव प्रयास किया और वह धरातल पर दिखा भी है। इसके ठीक उलट कांग्रेस की गुटबाजी पोस्टर वार के शक्ति प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही है। पोस्टर, बैनर से पटा शहर बता दें कि एक सितंबर को कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ नीमच आ रहे हैं। वे हवाई पट्टी से हिंगोरिया, महू रोड, बस स्टैंड, बारादरी, फव्वारा चौक, कमल चौक, टॉकीज चौराहा तक रोड शो करेंगे। इसके बाद दशहरा मैदान में आम सभा होगी। कमलनाथ के आगमन से चार दिन पहले ही शहर में रोड शो वाला मार्ग पोस्टर वार से पट गया है। हर एक मीटर पर पोस्टर लगे हुए हैं। रोड के दोनों ओर के भवनों पर भी फ्लेक्स और बैनर लगे हुए दिखाई दे रहे हैं। वरिष्ठ नेताओं को किया पोस्टर वार से बाहर वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य िसंिधया के चेहरों पर चुनाव लड़ी थी। इस बार सिंधिया भाजपा में जा चुके हैं। दिग्विजय िसंह ने फिर से कमलनाथ को ही मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित कर िदया है। ऊपरी स्तर पर कोई गुटबाजी दिखाई नहीं देती है, लेकिन धरातल पर भारी गुटबाजी दिखाई दे रही है। पोस्टर प्रतिस्पर्धा की बात करें तो एक भी पोस्टर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का फोटो नहीं लगाया गया है। इसके अलावा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया, पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, पूर्व िवधायक नंदकिशोर पटेल को दोवेदार नेताओं के बैनर-पोस्टर पर कोई जगह नहीं दी है। यही नहीं इस बार के पोस्टर युद्ध में राहुल गांधी और सोनिया गांधी, यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को दरकिनार कर दिया गया है। हरीश दुआ, समंदर पटेल और पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल ऐसे नेता दिखे हैं, जिनके पोस्टर पर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अलावा अन्य नेताओं के फोटो नजर आ रहे हैं। इन नेताओं ने पोस्टर से पाटा शहर शहर में कमलनाथ के रोड शो मार्ग को नंद किशोर पटेल, हरिश दुआ, उमराव सिंह गुर्जर, तरुण बाहेती, भानु प्रताप सिंह राठौर, समंदर पटेल, सत्यनारायण पाटीदार, राज कुमार अहीर, डॉ. मंगेश संघई और अन्य।
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नीमच,प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक िसतंबर को नीमच आएंगे। उनके रोड शो और आम सभा की जिलेभर में जोरदार तैयारी हो रही है। रोड शो वाले मार्ग को कांग्रेस नेताओं ने होर्डिंग और पोस्टर से पाट दिया है। खास बात यह कि टिकट की दौड़ में शुरू हुए पोस्टर वार से कांग्रेस में गुटों की भरमार साफ छलक रही है। आकाओं के फोटो लगा कर शक्ति दिखाने की कोशिश की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की आमसभा और रोड शो की सफलता के लिए सेक्टर और मंडलम स्तर पर तैयारियों की जा रही है। बीते 19 वर्षों में डेढ़ साल का अपवाद छोड़ दें तो कांग्रेस को सत्ता एक स्वप्न ही लगने लगी है। इस बार चुनाव में अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति बन रही है। वरिष्ठ नेताओं की इस मंशा पर टिकट के दावेदार पानी फेर रहे हैं। टिकट के लिए शक्ति प्रदर्शन की दौड़ में संगठन गौण हो गया है।
भाजपा में दिखा अनुशासन, कांग्रेस में गुटबाजी
विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने में अभी करीब 40 िदन बाकी हैं, लेकिन िबगुल बज चुका है। प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा में वार युद्ध शुरू हो चुका है। इस बीच भाजपा पूरे अनुशासन और समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है, जबकि कांग्रेस में अनुशासन को ताक मंे रख दिया गया है। पहले नीमच में और फिर मनासा में मुख्यमंत्री शिवराज िसंह चौहान की सभाएं हो चुकी है। जावद में भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय की सभा हो चुकी है। इन सभाओं में भाजपा ने एकजुटता और अनुशासन दिखाने का हर संभव प्रयास किया और वह धरातल पर दिखा भी है। इसके ठीक उलट कांग्रेस की गुटबाजी पोस्टर वार के शक्ति प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही है।
पोस्टर, बैनर से पटा शहर
बता दें कि एक सितंबर को कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ नीमच आ रहे हैं। वे हवाई पट्टी से हिंगोरिया, महू रोड, बस स्टैंड, बारादरी, फव्वारा चौक, कमल चौक, टॉकीज चौराहा तक रोड शो करेंगे। इसके बाद दशहरा मैदान में आम सभा होगी। कमलनाथ के आगमन से चार दिन पहले ही शहर में रोड शो वाला मार्ग पोस्टर वार से पट गया है। हर एक मीटर पर पोस्टर लगे हुए हैं। रोड के दोनों ओर के भवनों पर भी फ्लेक्स और बैनर लगे हुए दिखाई दे रहे हैं।
वरिष्ठ नेताओं को किया पोस्टर वार से बाहर
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य िसंिधया के चेहरों पर चुनाव लड़ी थी। इस बार सिंधिया भाजपा में जा चुके हैं। दिग्विजय िसंह ने फिर से कमलनाथ को ही मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित कर िदया है। ऊपरी स्तर पर कोई गुटबाजी दिखाई नहीं देती है, लेकिन धरातल पर भारी गुटबाजी दिखाई दे रही है। पोस्टर प्रतिस्पर्धा की बात करें तो एक भी पोस्टर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का फोटो नहीं लगाया गया है। इसके अलावा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया, पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, पूर्व िवधायक नंदकिशोर पटेल को दोवेदार नेताओं के बैनर-पोस्टर पर कोई जगह नहीं दी है। यही नहीं इस बार के पोस्टर युद्ध में राहुल गांधी और सोनिया गांधी, यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को दरकिनार कर दिया गया है। हरीश दुआ, समंदर पटेल और पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल ऐसे नेता दिखे हैं, जिनके पोस्टर पर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अलावा अन्य नेताओं के फोटो नजर आ रहे हैं।
इन नेताओं ने पोस्टर से पाटा शहर
शहर में कमलनाथ के रोड शो मार्ग को नंद किशोर पटेल, हरिश दुआ, उमराव सिंह गुर्जर, तरुण बाहेती, भानु प्रताप सिंह राठौर, समंदर पटेल, सत्यनारायण पाटीदार, राज कुमार अहीर, डॉ. मंगेश संघई और अन्य।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |