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आज 10 जून, 2025 मंगलवार, के दिन ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. ये तिथि रुद्र द्वारा शासित होती है, जो भगवान शिव का एक प्राचीन और उग्र रूप है. इस दिन की ऊर्जा से भगवान की पूजा करने सबसे अच्छा होता है. आज वट पूर्णिमा व्रत है. इसे ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत भी कहते हैं. 10 जून का पंचांग विक्रम संवत 2081 मास- ज्येष्ठ पक्ष -शुक्ल पक्ष चतुर्दशी दिन -मंगलवार तिथि -शुक्ल पक्ष चतुर्दशी योग -सिद्धि नक्षत्र -अनुराधा करण- वणिज चंद्र राशि- वृश्चिक सूर्य राशि- वृषभ सूर्योदय- सुबह 05:53 बजे सूर्यास्त- शाम 07:24 बजे चंद्रोदय- शाम 06.45 बजे चंद्रास्त- तड़के 04.55 बजे (11 जून) राहुकाल- 16:01 से 17:42 यमगंड- 10:57 से 12:38 यात्रा के लिए शुभ है नक्षत्रआज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में 3:20 से लेकर 16:40 तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह शनि और देवता मित्र देव हैं, जो 12 आदित्यों में से एक हैं. यह सौम्य स्वभाव का नक्षत्र है. ललित कलाओं को सीखने, दोस्ती करने, रोमांस करने, नए परिधान पहनने, विवाह, गायन और जुलूस आदि में शामिल होने के साथ कृषि कार्यों और यात्रा के लिए यह शुभ नक्षत्र है. आज के दिन का वर्जित समय आज के दिन 16:01 से 17:42 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए. |
आज 10 जून, 2025 मंगलवार, के दिन ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. ये तिथि रुद्र द्वारा शासित होती है, जो भगवान शिव का एक प्राचीन और उग्र रूप है. इस दिन की ऊर्जा से भगवान की पूजा करने सबसे अच्छा होता है. आज वट पूर्णिमा व्रत है. इसे ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत भी कहते हैं.
10 जून का पंचांग
विक्रम संवत 2081
मास- ज्येष्ठ
पक्ष -शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
दिन -मंगलवार
तिथि -शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
योग -सिद्धि
नक्षत्र -अनुराधा
करण- वणिज
चंद्र राशि- वृश्चिक
सूर्य राशि- वृषभ
सूर्योदय- सुबह 05:53 बजे
सूर्यास्त- शाम 07:24 बजे
चंद्रोदय- शाम 06.45 बजे
चंद्रास्त- तड़के 04.55 बजे (11 जून)
राहुकाल- 16:01 से 17:42
यमगंड- 10:57 से 12:38
यात्रा के लिए शुभ है नक्षत्रआज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में 3:20 से लेकर 16:40 तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह शनि और देवता मित्र देव हैं, जो 12 आदित्यों में से एक हैं. यह सौम्य स्वभाव का नक्षत्र है. ललित कलाओं को सीखने, दोस्ती करने, रोमांस करने, नए परिधान पहनने, विवाह, गायन और जुलूस आदि में शामिल होने के साथ कृषि कार्यों और यात्रा के लिए यह शुभ नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 16:01 से 17:42 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |