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मोरवन । राजनगर में बाबा रामदेव मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में महंत श्री विरम नाथ जी महाराज के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन - कथा वाचक साध्वी प्रेम बाईसा ने भक्त प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार, राम जन्म, श्रीकृष्ण जन्म के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। साध्वी प्रेम बाईसा ने कथा का वाचन करते हुए कहा कि परित्राणाय साधुनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे। सत्पुरुषों कीरक्षा करने के लिए, दुष्टों के विनाश के लिए व धर्म की पुनः स्थापना करने के लिए भगवान युग युग में अवतार लेते हैं। कथा में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया नंद के घर आनंद भयो जय हो नंद लाल की जैसे। भजनों पर श्रद्धालु खूब थिरके। भगवान कृष्ण के बाल रूप की मनोहर झाकी बनाई गई जो कथा में आकर्षण का केंद्र बनी रही।इस दौरान आसपास के क्षेत्रों से आए भक्तों ने कथा आरती का लाभ लेकर महाप्रसाद पावन किया। |
मोरवन । राजनगर में बाबा रामदेव मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में महंत श्री विरम नाथ जी महाराज के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन - कथा वाचक साध्वी प्रेम बाईसा ने भक्त प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार, राम जन्म, श्रीकृष्ण जन्म के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। साध्वी प्रेम बाईसा ने कथा का वाचन करते हुए कहा कि परित्राणाय साधुनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे। सत्पुरुषों कीरक्षा करने के लिए, दुष्टों के विनाश के लिए व धर्म की पुनः स्थापना करने के लिए भगवान युग युग में अवतार लेते हैं। कथा में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया नंद के घर आनंद भयो जय हो नंद लाल की जैसे। भजनों पर श्रद्धालु खूब थिरके। भगवान कृष्ण के बाल रूप की मनोहर झाकी बनाई गई जो कथा में आकर्षण का केंद्र बनी रही।इस दौरान आसपास के क्षेत्रों से आए भक्तों ने कथा आरती का लाभ लेकर महाप्रसाद पावन किया।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |