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शरद पूर्णिमा के अवसर पर रामपुरा में स्थित मंदिरों पर प्रतिमाओं का विशेष शृंगार कर रात के समय में चंद्रमा की रोशनी में खीर को रख कर भगवान को भोग लगाया गया। नगर के गणपति चोक सहित अनेको मंदिरों पर भगवान का दूध से अभिषेक कर नवीन वस्त्र धारण करवाए। गणपति चौक स्थित सिद्धिविनायक मंदिर पर रात्रि में 10:00 भगवान गजानंद की महाआरती के पश्चात गणपति चौक समिति के तत्वाधान में 51 किलो खीर का भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया मंदिर के सेवादार जगदीश नन्दवाना ने जानकारी देते हुए बताया कि रात में चंद्रमा निकलने के बाद खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखी एवं भगवान को भोग लगाकर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाता है इस अवसर पर भगवान की पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की किरणों में अमृत की वर्षा होती है। उसी के फलस्वरूप खीर का प्रसाद बनाकर चंद्रमा की किरणों के नीचे रखा जाता है। उसके बाद भगवान को भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया जाता है।शरदपूर्णिमा का धार्मिक, वैज्ञानिक महत्व बताते हुए कहा कि इस पर्व पर चंद्रमा से निकलने वाली शीतल व अमृत किरणों से संचित खीर खाने से अस्थमा रोग में फायदा होता है तथा वर्ष भर स्वस्थ व निरोग भी रहते हैं।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |