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भोपाल। मध्यप्रदेश मे अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर खेल शिक्षक भर्ती मांग को लेकर बीपीएड संघ म.प्र. ने शिक्षा मंत्री सहित प्रदेश के कई जन प्रतिनिधी एवं प्रशासनिक अधिकारीयो को मांग पत्र के रूप मे ज्ञापन सौपें गये। मध्यप्रदेश शासन द्वारा विगत 18 वर्षो से खेल शिक्षक भर्ती नही की गई जिसको लेकर मध्य प्रदेश बीपीएड संघ ने भोपाल सहित पुरे प्रदेश में जिला एवं तहसील मुख्यालय पर आज 21 जून जून को को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ज्ञापन देकर खेल शिक्षक पद वृद्धि कर भर्ती करवाने की मांग की गई। बीपीएड संघ म.प्र. के अध्यक्ष बंशी राठौर ने भी अपने ग्रह जिला मुख्यालय पर राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर एवं कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा गया। श्री राठौर ने बताया की हम मध्य प्रदेश सरकार के संज्ञान में लाना चाहते हैं कि शारीरिक शिक्षा विषय का एक हिस्सा योगा भी है। वही बगैर खेल शिक्षकों के योग दिवस कैसे सार्थक बन सकता है। क्या केवल दिखावे के लिए इस प्रकार की गतिविधियों की जा रही है जबकि सत्र 2021-22 में भी मध्य प्रदेश सरकार ने अन्य विषयों के शिक्षकों को 5 दिन का आधार भूत लगभग 20 खेलों का प्रारंभिक खेल प्रशिक्षण देकर प्रभारी खेल शिक्षक बनाया था। वैसे ही अभी तीन दिन का प्रशिक्षण देकर योग शिक्षक बनाया है। जबकि महोदय यह पूर्णता गलत है। विगत 2007 से आज दिनांक तक खेल शिक्षक की भर्ती नहीं हुई है। वहीं एक वर्ष पूर्व पात्रता परीक्षा में शारीरिक शिक्षा विषय को सम्मिलित किया था और वर्ग 2 व वर्ग 3 में पात्रता परीक्षा संपन्न हुई थी लेकिन मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की वेबसाइट पर आगामी माह अगस्त में खेल शिक्षक की भर्ती के लिए विज्ञापन डाला हुआ है लेकिन ना ही उसे पर परीक्षा दिनांक है और ना ही पदों का उल्लेख है। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश राजपत्र दिनांक 30 जुलाई 2018 के माध्यम से पदों का उल्लेख किया गया है। जिसमें माध्यमिक शिक्षक खेल में 931 जबकि प्राथमिक शिक्षक खेल में 860 सीधी भर्ती का उल्लेख है लेकिन सूचना के अधिकार अंतर्गत बताया गया की मध्यप्रदेश राजपत्र दिनांक 1 दिसंबर 2022 में पदों का उल्लेख समान है लेकिन माध्यमिक शिक्षक खेल के 50 प्रतिशत पद पदोन्नति द्वारा भरे जाने का विवरण है। जबकि आंकड़ों की बात करें तो मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत प्राथमिक खेल शिक्षक 136 और माध्यमिक खेल शिक्षकों की संख्या 593 है, कुल मिलाकर मध्यप्रदेश में 729 खेल शिक्षक ही कार्यरत है। जबकि मध्य प्रदेश में 9258 हाई स्कूल एवम हायर सेकेंडरी स्कूल है। इस हिसाब से 8529 स्कूल खेल शिक्षक बिहीन हैं ऐसे में कैसे छात्रों तक खेल और योगा पहुंच सकता है। भारत सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति में खेलों को और योग को अनिवार्य विषय बनाया है लेकिन मध्य प्रदेश में धरातल पर इस पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश सरकार भारत सरकार के नियमों का साफ-साफ उल्लंघन कर रही है।
बीपीएड संघ मध्यप्रदेश ने ज्ञापन मे मांग की है की निम्न बिंदुओं पर विचार कर शारीरिक शिक्षा खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्रवाई करना उचित होगा।
मध्य प्रदेश में कम से कम 5000 पद पर खेल शिक्षक भर्ती प्रक्रिया करना बेरोजगार खेल डिग्री धारी के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए उचित होगा। मध्यप्रदेश के मूल निवासियों को प्राथमिकता देते हुए भर्ती प्रक्रिया में बाहरी राज्यों के छात्रों को अन्य राज्यों की तरह 5 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण का लाभ न दिया जाना मध्य प्रदेश छात्रों के हित में उचित होगा। मध्यप्रदेश शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में उच्च माध्यमिक शिक्षक (वर्ग-1) में भी खेल शिक्षकों की भर्ती किया जाना इसलिए उचित होगा क्योंकि आगामी समय में 11वीं और 12वीं कक्षाओं को शारीरिक शिक्षा विषय भी पढ़ाया जाएगा। बीपीएड संघ मध्य प्रदेश प्रभारी विष्णु लववंषी ने कहा की सरकार खेल डिग्रीधारीयों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए उक्त पर उचित कार्रवाई करने की करें। बीपीएड संघ मध्य प्रदेश के प्र्रदेश महासचिव भी जाट दिपक सर ने कहा की खेल शिक्षक भर्ती मांग पर कार्रवाई न होने की दशा में बेरोजगार खेल डिग्री धारी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे। जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |