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जावद। गुरूवार को माहे रमजान के तीस रोजे पूरे होने के साथ नगर में मुस्लिम समाज द्वारा ईद उल फितर हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद में एक साथ नमाज अता की और अमन शांति की दुआ मांगी। शहर काजी सैयद आदिल रजा साहब के निवास से जुलूस पैदल मार्ग से होता हुआ ईदगाह पहुंचा। ईदगाह में समाजजनो ने ईद उल फितर की नमाज अदा की। ईद को लेकर जावद में सुबह से ही चहल पहल रही। बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधानों में एक -दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई भी दी। साथ ही समाज जन एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देकर खुशी का इजहार कर ईद का जश्न मनाते नजर आए। ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है। रस्म के अनुसार ईद के दिन घर-घर में सेवई और शीर खुरमा बनाया जाता है। जो इस त्यौहार की विशिष्ट पहचान है।
एक तरफ मनाई जा रही थी ईद, तो दूसरी ओर जावद ऐतिहासिक बंद—
नगर में एक ओर ईद उल फितर का पर्व मनाया जा रहा था तो दूसरी ओर ऐतिहासिक बंद भी रहा। लोग चाय-नाश्ते सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे। मुस्लिम समाज की बस्ती और मोहल्लों में त्योहार का उत्साह दिखाई दे रहा था, वहीं दूसरी तरफ नगर में मंगलवार को ऐतिहासिक बंद रहा। होटल, पान की दुकान सहित अन्य कारोबार शत-प्रतिशत बंद रहा। इतना ही नहीं, अन्य मूलभूत सुविधाओं की दुकानें भी बंद रहीं।
तीन अप्रैल 2015 से क्रम निरंतर जारी-
नगर में 3 अप्रैल 2015 को एक घटना हुई थी। हनुमान जयंती के चल समारोह पर नगर के खुर्रा चौक में कुछ लोगों ने जुलूस पर पथराव कर दिया था। इसी घटना के बाद से वर्ग विशेष के त्योहारों पर नगर बिना किसी आव्हान के शत-प्रतिशत बंद रहता है। विरोध स्वरूप यह क्रम 3 अप्रैल 2015 से निरंतर जारी है। लगातार सात वर्षो से जावद नगर हर मुस्लिम त्यौहारो पर बंद रहा ।
व्यापार हो रहा प्रभावित—
एक तरफ शादी की सीजन है, दूसरी तरफ जावद नगर बंद रहा। इससे लाखो का व्यापार प्रभावित हुआ है। इस प्रकार बाजार बंद रहने से जावद के बाजार का संपर्क आस—पास ग्रामीण क्षेत्रो से टूटता जा रहा है। पूर्व मे सीमावर्ती राजस्थान के गांवो से भी ग्राहक जावद मे आते थे। ईद को लेकर बाजारो मे ग्राहकी भी रहती थी, अब बंद रहने से ग्राहकी पर भी असर हो रहा है। नगर के गणमान्य नागरिको व व्यापारीयो को बाजार खुलवाने के प्रयास करने चाहिए।
प्रशासन के हर प्रयास नाकाम—
तीन अपेल 2015 की घटना के बाद हर मुस्लिम के हर त्यौहार पर जावद नगर बंद हो रहा है। इससे जावद नगर का व्यापार भी प्रभावित हुआ है। प्रशासनिक अधिकारीयो ने बाजार खोलने को लेकर नागरिको से चर्चा भी की पर हर प्रयास नाकाम रहे। पूर्व मे मुस्लिम व हिन्दु समाजजनो की बैठके भी अधिकारीयो ने ली, जिससे बाजार खुले, बैठक मे उपस्थित महानुभाव बाजार खोलने की बात कहते तो है, पर बाजार खोलते नही है।
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद— नगर के मुख्य चौराहो पर मस्जिदो के बाहर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा, ताकि कोई अप्रिय घटना नगर मे न हो । एडीएम राजेश शाह, एसडीओपी निलेश्वरी डावर, टीआई जीतेन्द्र वर्मा सहित प्रशासनिक अधिकारी व पुलिसकर्मी नगर मे सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहे।
नगर का यूं बंद रहना अच्छी बात नहीं है, इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। भाईचारा रखना अति आवश्यक है। जावद के नागरिकों, व्यापारियों से बाजार खोलने को लेकर चर्चा की जाएगी। - राजेश शाह, एसडीएम जावद