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नीमच। एनसीबी (केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो) के कथित कर्मचारी ने दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर एक मेडिकल स्टोर संचालक के डॉक्टर बेटे का अपहरण कर लिया। एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी दी और 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। जिसपर 7.50लाख रूपये में तोड़ बट्टा हुआ। आहत पिता की शिकायत पर पुलिस ने तीनो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियो से नकदी और वाहन भी जब्त किये गए है। अपहृत डॉक्टर को भी मुक्त करवा दिया गया है। ये है पूरा मामला 30 अप्रैल 2024 को फरियादी हेमंत कुमार पिता बालगोविन्द अग्रवाल निवासी वृंदावन कॉलोनी नीमच ने थाना नीमच केन्ट पर सूचना दी कि मेरा लाईफ टाईम फार्मा नाम से जारोली काम्प्लेक्स महाराणा बगंला नीमच में मेडिकल स्टोर हैं। मेरा लडका डॉक्टर नवीन अग्रवाल जो दन्त चिकित्सक होकर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर राजस्थान से डिग्री प्राप्त करने के पश्चात ग्वालटोली नीमच में महिमा डेन्टल क्लीनिक पर कार्य कर रहा था। जो वापस नही आया। मैंने तलाश की तो पता नही चला तथा उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। और बेटे के मोबाइल से फोन लगाकर बताया है की नवीन के पास अवैध मादक पदार्थ मिला हैं, आप 20 लाख रूपये की व्यवस्था कर लो तो हम उसे छोड़ देगें। घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद पुलिस के द्वारा टीम गठित की गई और जांच के लिए भेजी गई।
- 20 लाख मांगे,नही देने पर एनडीपीएस एक्ट में फंसाने धमकी इसी दौरान 29 अप्रैल 2024 को रात्रि करीबन 08 बजे मेरे मोबाइल नंबर पर मेरे बेटे नवीन के मोबाइल नंबर से फोन आया और किसी व्यक्ति जिसने अपना नाम हरेन्द्र चौधरी बताया ने मुझे बोला कि तुम्हारे लडके नवीन के पास अवैध मादक पदार्थ मिला हैं, आप 20 लाख रूपये की व्यवस्था कर लो तो हम उसे छोड देगें। यदि नही दिये तो बंद कर देगें व केस बना देंगे, अभी तो सेटलमेंट हो जाएगा, तुम पैसे की व्यवस्था जल्दी करो। मेरे पास बार-बार फोन आ रहे थे। तत्काल रूपयो की व्यवस्था नही होने व रात्रि का वक्त होने से उन लोगो ने मुझे दिनांक 30 अप्रैल 2024 की सुबह पिता जल्दी पैसे की व्यवस्था करने का बोला था।
आरोपियो से मांग वक्त और पहुंचा एसपी के द्वार आरोपियों से रुपये इंतजाम करने के लिए 24 घंटे का समय मांगने के बाद अपहृत डॉक्टर का पिता पुलिस अधीक्षक के द्वार पहुंच गया और पूरी कहॉनी बताई। उन्होने एसपी को बताया की आरोपियो का 30 अप्रैल 2024 को सुबह 07.30 बजे पुनः फोन आया व बोला की जल्दी पैसे की व्यवस्था करो और आकर मिलो। तब मैं उनके बताए अनुसार एलआईसी चौराहा के सामने गया तो वहां तीन व्यक्ति मिले जिन्होंने मुझे रुपये की व्यवस्था जल्दी करने का बोला तो मेने उनसे बोला कि मुझे शाम तक का समय दो, पेमेंट की व्यवस्था कर रहा हुँ। उन्होंने मुझे शाम को लहसुन मंडी गेट के सामने रुपये लेकर बुलाया और बोला कि किसी को मत बताना पैसे दे जाना और तुम्हारे लड़के को ले जाना। यदि नही आये तो अवैध मादक पदार्थ के केस में तुम्हारे बेटे को बंद कर देंगें।इस सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
मंडी गेट पर की घेराबंदी,बदमाशों को दबोचा फरियादी द्वारा दी गई सूचना गंभीर प्रकृति की होने से तत्काल थाना नीमच कैंट से विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया तथा फरियादी द्वारा बताये गये स्थान कृषि मंडी गेट पर गोपनीय रूप से पुलिस टीम लगाई गई। फरियादी द्वारा बताये स्थान पर 30 अप्रैल 2024 को उक्त तीनो व्यक्ति मय अपहरत नवीन अग्रवाल के चारो व्यक्ति दो मोटरसाइकिल पर आये एक मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति चालक तथा उसके पीछे अपहरत नवीन अग्रवाल था व दुसरी मोटर साईकिल पर दो अन्य व्यक्ति थे जिनको फरियादी द्वारा 07 लाख 50 हजार रुपये से भरा बैग दिया तभी पुलिस द्वारा घेराबंदी कर बदमाशों को दबोचा।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार आरोपियों से नाम पता पूछने पर आरोपियों ने अपना नाम हरेन्द्र चौधरी पिता राजेन्द्र सिंह चौधरी निवासी कोठडी बागपत हरियाणा, प्रेमसुख उर्फ कान्हा पिता जगदीशचन्द्र धनगर उम्र 22 साल निवासी भडभडिया थाना नीमच केन्ट और धर्मेंद्र सिंह पिता उमराव सिंह राजपूत उम्र 25 साल निवासी ग्राम सांडा थाना रतनगढ़ का होना बताया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहरत डॉ नवीन अग्रवाल को मुक्त कराया गया।
ये सामान व नकदी जब्त नगदी 07 लाख 50 हजार रुपये, फिरौती की रकम, दो मोटर साईकिल ,05 आधुनिक मोबाईल
पुलिस जांच में जुटी घटना के संबंध में आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि अवैध लाभ कमाने के उद्देश्य से उनके द्वारा डॉ नवीन अग्रवाल का अपहरण कर उसके पिता हेमंत अग्रवाल से फिरौती की रकम डॉ नवीन अग्रवाल को मादक पदार्थ के केस में फंसाने की धमकी देकर वसूलने की योजना बनाई थी। प्रकरण में कुल 03 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से विस्तृत पूछताछ जारी हैं। घटना में अन्य की संलिप्तता के संबंध में विवेचना जारी हैं।
तस्करी में फंसाकर रूपये ऐठने के पहले भी मामले उजागर नीमच जिले में एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर पैसे ऐंठने का ये पहला मामला नही है। जिले में पूर्व में भी कई मामले सामने आ चुके है। इस मामले में तो पिता ने हिम्मत दिखाकर पुलिस के पास पहुंच गया मगर नीमच नारकोटिक्स विंग व पुलिस के द्वारा आये दिन इसी तरह एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर पैसे ऐठने का काम खाकी वर्दी कर रही है। इससे पहले नीमच पुलिस के द्वारा नारकोटिक्स विंग में इस मामले सामने आये है। वही आये दिन एनडीपीएस के नाम पर झूठे केसों में फंसा कर पैसे ऐठने का काम खाकी कर ही है।
रेलवे ठेकेदार अक्षय गोयल कर चुके इसी तरह अपहरण नीमच में तीन साल पहले बैडमिंटन खेलकर घर जा रहे रेलवे ठेकेदार अक्षय गोयल कार सहित अचानक गायब हो गए परिजन चिंतित हुए। मोबाइल बंद आया। कहीं पर पता नहीं चला तो परिजन ने कैंट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। शहर में ठेकेदार के अपहरण की चर्चा तेज हो गई।एसपी खुद जांच में जुट गए। बघाना रोड पर एक व्यापारी के गोदाम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। गोयल कार लेकर निकले। उनके पीछे बिना नंबर की बोलेरो चल रही थी। अंडर ब्रिज क्रॉस करने के चंद मिनट बाद दोनों वाहन वापस इसी कैमरे के सामने से निकले। पुलिस ने शंका के आधार पर कंट्रोल रूम से सभी थाना क्षेत्रों में सूचना देकर नाकाबंदी कराई।जावद पुलिस ने अधिकारियों को सूचना देते हुए नाट्कीय रूप से गोयल को हिरासत में लेने का खुलासा किया, जो बोलेरो गोयल की कार के पीछे चल रही थी वह किसी और की नहीं बल्कि जावद पुलिस की ही थी।समें सच्चाई सामने आई कि उन्हें फंसाने के लिए अज्ञात लोगों द्वारा कार के बोनट के यहां अफीम की थैली रख दी थी। कागजी खानापूर्ति के बाद देर शाम गोयल को रिहा कर दिया था। |
नीमच। एनसीबी (केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो) के कथित कर्मचारी ने दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर एक मेडिकल स्टोर संचालक के डॉक्टर बेटे का अपहरण कर लिया। एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी दी और 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। जिसपर 7.50लाख रूपये में तोड़ बट्टा हुआ। आहत पिता की शिकायत पर पुलिस ने तीनो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियो से नकदी और वाहन भी जब्त किये गए है। अपहृत डॉक्टर को भी मुक्त करवा दिया गया है।
ये है पूरा मामला
30 अप्रैल 2024 को फरियादी हेमंत कुमार पिता बालगोविन्द अग्रवाल निवासी वृंदावन कॉलोनी नीमच ने थाना नीमच केन्ट पर सूचना दी कि मेरा लाईफ टाईम फार्मा नाम से जारोली काम्प्लेक्स महाराणा बगंला नीमच में मेडिकल स्टोर हैं। मेरा लडका डॉक्टर नवीन अग्रवाल जो दन्त चिकित्सक होकर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर राजस्थान से डिग्री प्राप्त करने के पश्चात ग्वालटोली नीमच में महिमा डेन्टल क्लीनिक पर कार्य कर रहा था। जो वापस नही आया। मैंने तलाश की तो पता नही चला तथा उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। और बेटे के मोबाइल से फोन लगाकर बताया है की नवीन के पास अवैध मादक पदार्थ मिला हैं, आप 20 लाख रूपये की व्यवस्था कर लो तो हम उसे छोड़ देगें। घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद पुलिस के द्वारा टीम गठित की गई और जांच के लिए भेजी गई।
- 20 लाख मांगे,नही देने पर एनडीपीएस एक्ट में फंसाने धमकी
इसी दौरान 29 अप्रैल 2024 को रात्रि करीबन 08 बजे मेरे मोबाइल नंबर पर मेरे बेटे नवीन के मोबाइल नंबर से फोन आया और किसी व्यक्ति जिसने अपना नाम हरेन्द्र चौधरी बताया ने मुझे बोला कि तुम्हारे लडके नवीन के पास अवैध मादक पदार्थ मिला हैं, आप 20 लाख रूपये की व्यवस्था कर लो तो हम उसे छोड देगें। यदि नही दिये तो बंद कर देगें व केस बना देंगे, अभी तो सेटलमेंट हो जाएगा, तुम पैसे की व्यवस्था जल्दी करो। मेरे पास बार-बार फोन आ रहे थे। तत्काल रूपयो की व्यवस्था नही होने व रात्रि का वक्त होने से उन लोगो ने मुझे दिनांक 30 अप्रैल 2024 की सुबह पिता जल्दी पैसे की व्यवस्था करने का बोला था।
आरोपियो से मांग वक्त और पहुंचा एसपी के द्वार
आरोपियों से रुपये इंतजाम करने के लिए 24 घंटे का समय मांगने के बाद अपहृत डॉक्टर का पिता पुलिस अधीक्षक के द्वार पहुंच गया और पूरी कहॉनी बताई। उन्होने एसपी को बताया की आरोपियो का 30 अप्रैल 2024 को सुबह 07.30 बजे पुनः फोन आया व बोला की जल्दी पैसे की व्यवस्था करो और आकर मिलो। तब मैं उनके बताए अनुसार एलआईसी चौराहा के सामने गया तो वहां तीन व्यक्ति मिले जिन्होंने मुझे रुपये की व्यवस्था जल्दी करने का बोला तो मेने उनसे बोला कि मुझे शाम तक का समय दो, पेमेंट की व्यवस्था कर रहा हुँ। उन्होंने मुझे शाम को लहसुन मंडी गेट के सामने रुपये लेकर बुलाया और बोला कि किसी को मत बताना पैसे दे जाना और तुम्हारे लड़के को ले जाना। यदि नही आये तो अवैध मादक पदार्थ के केस में तुम्हारे बेटे को बंद कर देंगें।इस सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
मंडी गेट पर की घेराबंदी,बदमाशों को दबोचा
फरियादी द्वारा दी गई सूचना गंभीर प्रकृति की होने से तत्काल थाना नीमच कैंट से विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया तथा फरियादी द्वारा बताये गये स्थान कृषि मंडी गेट पर गोपनीय रूप से पुलिस टीम लगाई गई। फरियादी द्वारा बताये स्थान पर 30 अप्रैल 2024 को उक्त तीनो व्यक्ति मय अपहरत नवीन अग्रवाल के चारो व्यक्ति दो मोटरसाइकिल पर आये एक मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति चालक तथा उसके पीछे अपहरत नवीन अग्रवाल था व दुसरी मोटर साईकिल पर दो अन्य व्यक्ति थे जिनको फरियादी द्वारा 07 लाख 50 हजार रुपये से भरा बैग दिया तभी पुलिस द्वारा घेराबंदी कर बदमाशों को दबोचा।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
आरोपियों से नाम पता पूछने पर आरोपियों ने अपना नाम हरेन्द्र चौधरी पिता राजेन्द्र सिंह चौधरी निवासी कोठडी बागपत हरियाणा, प्रेमसुख उर्फ कान्हा पिता जगदीशचन्द्र धनगर उम्र 22 साल निवासी भडभडिया थाना नीमच केन्ट और धर्मेंद्र सिंह पिता उमराव सिंह राजपूत उम्र 25 साल निवासी ग्राम सांडा थाना रतनगढ़ का होना बताया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहरत डॉ नवीन अग्रवाल को मुक्त कराया गया।
ये सामान व नकदी जब्त
नगदी 07 लाख 50 हजार रुपये, फिरौती की रकम, दो मोटर साईकिल ,05 आधुनिक मोबाईल
पुलिस जांच में जुटी
घटना के संबंध में आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि अवैध लाभ कमाने के उद्देश्य से उनके द्वारा डॉ नवीन अग्रवाल का अपहरण कर उसके पिता हेमंत अग्रवाल से फिरौती की रकम डॉ नवीन अग्रवाल को मादक पदार्थ के केस में फंसाने की धमकी देकर वसूलने की योजना बनाई थी। प्रकरण में कुल 03 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से विस्तृत पूछताछ जारी हैं। घटना में अन्य की संलिप्तता के संबंध में विवेचना जारी हैं।
तस्करी में फंसाकर रूपये ऐठने के पहले भी मामले उजागर
नीमच जिले में एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर पैसे ऐंठने का ये पहला मामला नही है। जिले में पूर्व में भी कई मामले सामने आ चुके है। इस मामले में तो पिता ने हिम्मत दिखाकर पुलिस के पास पहुंच गया मगर नीमच नारकोटिक्स विंग व पुलिस के द्वारा आये दिन इसी तरह एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर पैसे ऐठने का काम खाकी वर्दी कर रही है। इससे पहले नीमच पुलिस के द्वारा नारकोटिक्स विंग में इस मामले सामने आये है। वही आये दिन एनडीपीएस के नाम पर झूठे केसों में फंसा कर पैसे ऐठने का काम खाकी कर ही है।
रेलवे ठेकेदार अक्षय गोयल कर चुके इसी तरह अपहरण
नीमच में तीन साल पहले बैडमिंटन खेलकर घर जा रहे रेलवे ठेकेदार अक्षय गोयल कार सहित अचानक गायब हो गए परिजन चिंतित हुए। मोबाइल बंद आया। कहीं पर पता नहीं चला तो परिजन ने कैंट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। शहर में ठेकेदार के अपहरण की चर्चा तेज हो गई।एसपी खुद जांच में जुट गए। बघाना रोड पर एक व्यापारी के गोदाम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। गोयल कार लेकर निकले। उनके पीछे बिना नंबर की बोलेरो चल रही थी। अंडर ब्रिज क्रॉस करने के चंद मिनट बाद दोनों वाहन वापस इसी कैमरे के सामने से निकले। पुलिस ने शंका के आधार पर कंट्रोल रूम से सभी थाना क्षेत्रों में सूचना देकर नाकाबंदी कराई।जावद पुलिस ने अधिकारियों को सूचना देते हुए नाट्कीय रूप से गोयल को हिरासत में लेने का खुलासा किया, जो बोलेरो गोयल की कार के पीछे चल रही थी वह किसी और की नहीं बल्कि जावद पुलिस की ही थी।समें सच्चाई सामने आई कि उन्हें फंसाने के लिए अज्ञात लोगों द्वारा कार के बोनट के यहां अफीम की थैली रख दी थी। कागजी खानापूर्ति के बाद देर शाम गोयल को रिहा कर दिया था।