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मनासा थाने की कंजार्डा चोकी के गांव चौकड़ी में राजस्थान पुलिस मादक पदार्थ की तस्करी मामले पर दबिश देने आई थी। लेकिन ग्रामीणों के हंगामे के चलते पुलिस को उल्टे पांव लोटना पड़ा। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को राजस्थान के मांडलगड़ पुलिस 76 किलो ग्राम डोडाचूरा प्रकरण के मामले में अवैध वसूली के लिए गांव चौकड़ी पहुंची थी। पुलिस कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति को आरोपी बना चुकी थी। बावजूद इसके गांव चौकड़ी के निर्दोष व्यक्ति पर दबाव बनाकर अवैध वसुली करना चाहती थी। जिसकी खबर ग्रामीणों को मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव के बस स्टैंड पर जमा हो गए ओर राजस्थान पुलिस का रास्ता रोक लिया। ग्रामीणों को देख राजस्थान पुलिस ग्रामीणों से बात करने के बजाय भाग निकले। सुचना पर कंजार्डा चोकी प्रभारी परमानंद गिरवाल सहित अन्य मोके पर पंहुचे। जिनको भी ग्रामीणों ने रोक लिया ओर राजस्थान पुलिस को बुलाने की मांग रखी। इस दोरान कंजार्डा चोकी प्रभारी लोगों का विडियो बनाते नजर आए। बाद में डिकेन पुलिस ने रास्ते में राजस्थान पुलिस को रोका |
मनासा थाने की कंजार्डा चोकी के गांव चौकड़ी में राजस्थान पुलिस मादक पदार्थ की तस्करी मामले पर दबिश देने आई थी। लेकिन ग्रामीणों के हंगामे के चलते पुलिस को उल्टे पांव लोटना पड़ा। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को राजस्थान के मांडलगड़ पुलिस 76 किलो ग्राम डोडाचूरा प्रकरण के मामले में अवैध वसूली के लिए गांव चौकड़ी पहुंची थी। पुलिस कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति को आरोपी बना चुकी थी। बावजूद इसके गांव चौकड़ी के निर्दोष व्यक्ति पर दबाव बनाकर अवैध वसुली करना चाहती थी। जिसकी खबर ग्रामीणों को मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव के बस स्टैंड पर जमा हो गए ओर राजस्थान पुलिस का रास्ता रोक लिया। ग्रामीणों को देख राजस्थान पुलिस ग्रामीणों से बात करने के बजाय भाग निकले। सुचना पर कंजार्डा चोकी प्रभारी परमानंद गिरवाल सहित अन्य मोके पर पंहुचे। जिनको भी ग्रामीणों ने रोक लिया ओर राजस्थान पुलिस को बुलाने की मांग रखी। इस दोरान कंजार्डा चोकी प्रभारी लोगों का विडियो बनाते नजर आए। बाद में डिकेन पुलिस ने रास्ते में राजस्थान पुलिस को रोका