|
मनोहर लाल अग्रवाल
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर महोदय के प्रशासक कार्यभार वाली नगर विकास न्यास में लाखों रुपए की वित्तीय निमितताएं दिन प्रतिदिन सामने आ रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत जुलाई माह 2023 में नगर विकास न्यास की भूमि संबंधी फाइलों को ऑनलाइन मैपिंग करने का 1 वर्ष की अवधि का ठेका 18 लाख रुपए लगभग में उदयपुर की किसी फर्म को दिया गया इस ठेके के बारे में वर्ष भर में ऑनलाइन मैपिंग होने वाली फाइलों की संख्या या दिन के आधार पर भुगतान करने बाबत जानकारी करने पर न्यास सचिव श्री मेवाडा सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारी कन्नी काटते रहे उल्लेखनीय की नगर विकास न्यास द्वारा अपने कार्यालय की फाइलें ऑनलाइन मैपिंग के लिए इस फर्म को 4 महीने में 6 लाख से अधिक का भुगतान कर दिया गया है यहां प्रेस हेतु यह भी जानकारी चाहिए थी की कितनी फाइलें मैपिंग हुई है और ऑनलाइन मैपिंग के की फाइलों के कितने कार्य के पेटे यह राशि दी गई है इस बारे में नगर विकास न्यास के अधिकारी जवाब देने से कन्नी काटते रहे हमारे प्रतिनिधि ने स्वयं न्यास कार्यालय में पहुंचकर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की लेकिन किसी भी अधिकारी ने कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी एवं एक अधिकारी दूसरे अधिकारी पर टालमटोल करते दिखे एवं समाचार हेतु पुख्ता जानकारी देने से बचते एवं छिपाते ही रहे उल्लेखनीय है कि नगर विकास न्यास चित्तौड़गढ़ लंबे अरसे से आकंठ भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितताओं का गढ़ होता जा रहा है ऐसे में जिला कलेक्टर जो पदेन रूप से इस संस्था के मुखिया उनके लोकसभा के निष्पक्ष निर्वाचन कार्य में व्यस्त होने के कारण अधीनस्थ नगर विकास न्यास के अधिकारियों की कार गुजारिया दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है जिससे राजस्थान सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा एवं नगरीय विकास विभाग एवं स्वायत शासन मंत्री बदनाम हो रहे हैं विचारणीय बिंदु यह है कि स्वयं नगरीय विकास एवं स्वच्छ शासन मंत्री श्री जाबरमल खर्रा हाल ही में चित्तौडगढ संसदीय क्षेत्र के लोकसभा चुनाव प्रभारी मनोनीत किए गए थे और लगभग एक माह तक लगातार में चित्तौड़गढ़ में ही रहे लेकिन अज्ञात कारण से नगर विकास न्यास की कार गुजारियों पर उनकी नजर नहीं पड़ी या उन्हें वोट की राजनीति के चलते नगर विकास न्यास के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही करने से रोका गया होगा बहरहाल नगर विकास न्यास में एक भी जवाब देह अधिकारी नहीं है जो पत्रकारों के किसी भी प्रश्न का सही और पुख्ता जवाब दे सके जिससे जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ के प्रशासक कार्यभार वाली नगर विकास न्यास में भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितता बे लगाम होकर बेरोक टोक जारी है |
मनोहर लाल अग्रवाल
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर महोदय के प्रशासक कार्यभार वाली नगर विकास न्यास में लाखों रुपए की वित्तीय निमितताएं दिन प्रतिदिन सामने आ रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत जुलाई माह 2023 में नगर विकास न्यास की भूमि संबंधी फाइलों को ऑनलाइन मैपिंग करने का 1 वर्ष की अवधि का ठेका 18 लाख रुपए लगभग में उदयपुर की किसी फर्म को दिया गया इस ठेके के बारे में वर्ष भर में ऑनलाइन मैपिंग होने वाली फाइलों की संख्या या दिन के आधार पर भुगतान करने बाबत जानकारी करने पर न्यास सचिव श्री मेवाडा सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारी कन्नी काटते रहे उल्लेखनीय की नगर विकास न्यास द्वारा अपने कार्यालय की फाइलें ऑनलाइन मैपिंग के लिए इस फर्म को 4 महीने में 6 लाख से अधिक का भुगतान कर दिया गया है यहां प्रेस हेतु यह भी जानकारी चाहिए थी की कितनी फाइलें मैपिंग हुई है और ऑनलाइन मैपिंग के की फाइलों के कितने कार्य के पेटे यह राशि दी गई है इस बारे में नगर विकास न्यास के अधिकारी जवाब देने से कन्नी काटते रहे हमारे प्रतिनिधि ने स्वयं न्यास कार्यालय में पहुंचकर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की लेकिन किसी भी अधिकारी ने कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी एवं एक अधिकारी दूसरे अधिकारी पर टालमटोल करते दिखे एवं समाचार हेतु पुख्ता जानकारी देने से बचते एवं छिपाते ही रहे उल्लेखनीय है कि नगर विकास न्यास चित्तौड़गढ़ लंबे अरसे से आकंठ भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितताओं का गढ़ होता जा रहा है ऐसे में जिला कलेक्टर जो पदेन रूप से इस संस्था के मुखिया उनके लोकसभा के निष्पक्ष निर्वाचन कार्य में व्यस्त होने के कारण अधीनस्थ नगर विकास न्यास के अधिकारियों की कार गुजारिया दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है जिससे राजस्थान सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा एवं नगरीय विकास विभाग एवं स्वायत शासन मंत्री बदनाम हो रहे हैं विचारणीय बिंदु यह है कि स्वयं नगरीय विकास एवं स्वच्छ शासन मंत्री श्री जाबरमल खर्रा हाल ही में चित्तौडगढ संसदीय क्षेत्र के लोकसभा चुनाव प्रभारी मनोनीत किए गए थे और लगभग एक माह तक लगातार में चित्तौड़गढ़ में ही रहे लेकिन अज्ञात कारण से नगर विकास न्यास की कार गुजारियों पर उनकी नजर नहीं पड़ी या उन्हें वोट की राजनीति के चलते नगर विकास न्यास के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही करने से रोका गया होगा बहरहाल नगर विकास न्यास में एक भी जवाब देह अधिकारी नहीं है जो पत्रकारों के किसी भी प्रश्न का सही और पुख्ता जवाब दे सके जिससे जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ के प्रशासक कार्यभार वाली नगर विकास न्यास में भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितता बे लगाम होकर बेरोक टोक जारी है