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नीमच। जिले से अन्य जिलों और बाहरी राज्यों में पशुओं के चारे के परिवहन पर प्रतिबंध होने के बावजूद खुलेआम पशुओं के चारे का अवैध परिवहन किया जा रहा है। लेकिन कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है। यहां तक कि लोकसभा चुनाव को लेकर जिले और प्रदेश की सीमा पर बनी जांच चौकियों पर भी कोई पूछताछ नहीं करता है। दरअसल, जिले में पशु चारे की कालाबाजारी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। पुलिस-प्रशासन की अनदेखी के चलते बेखौफ पशुओं के चारे का अवैध परिवहन किया जा रहा है। शहर व नगर से निकले हाईवे से रोजाना दर्जनों भूसे से भरे ट्रक निकल रहे हैं। पूछताछ से बचने भूसे से भरे ट्रकों को रात में ले जाते हैं लेकिन कोई इन्हें टोकता तक नहीं है। अधिकांश भूसे से भरे ट्रक राजस्थान की ओर ही जाते हैं। बिचौलिए बेगू चितौड सहित नीमच फैक्ट्री की ओर ले जाते हैं। भूसे के अवैध परिवहन से आने वाले दिनों में जिले में चारे की कमी की समस्या हो सकती है।,बारिश के समय चारे की कमी हो सकतीदरअसल जिले में सस्ते दामों में मिल जाने वाले पशु चारे को बिचौलिए खरीदकर राजस्थान में दो गुना दाम में बेचते हैं। ये 5से 8 रुपए किलो में खरीदकर फिर 12-15 रुपए किलो में बेचेंगे। साथ ही प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर स्टॉक कर रख लेते हैं। फिर बारिश में यही भूसा किसानों को दोगुने दाम में बेच देते हैं। पिछली बार भी भूसे के अवैध परिवहन के चलते बारिश में चारे की कमी हो गई थी। किसानों को महंगे दाम में पशुओं के लिए चारा खरीदना पड़ा था। ऐसे में इस बार पहले ही पानी की कमी से कम निकली फसलों में चारे की भी कमी रही है। ऐसे में लगातार भूसे के अवैध परिवहन से जिले में बारिश के समय चारे की कमी हो सकती है।
चौकियों पर कोई नहीं पूछता, भूसे से भरे ट्रक निकल जाते हैं लोकसभा चुनाव को लेकर जिले और प्रदेश की सीमा पर जांच चौकियां बना रखी हैं। यही से रोजाना भूसे से भरे ट्रक निकल रहे है, लेकिन यहां कोई पूछता तक नहीं है। ऐसे में आसानी से भूसे से भरे ट्रक राज्य की सीमा पार कर जाते हैं। शाम के समय नगर के बाहर खड़े एक चारे से भरे वाहन चालक से पूछा तो उसने बताया कि कही कोई पूछताछ नहीं करता है कही कोई रोकता भी है तो पहले ही सांठगांठ करके रखते है, रुपए देकर निकल जाते हैं।
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नीमच। जिले से अन्य जिलों और बाहरी राज्यों में पशुओं के चारे के परिवहन पर प्रतिबंध होने के बावजूद खुलेआम पशुओं के चारे का अवैध परिवहन किया जा रहा है। लेकिन कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है। यहां तक कि लोकसभा चुनाव को लेकर जिले और प्रदेश की सीमा पर बनी जांच चौकियों पर भी कोई पूछताछ नहीं करता है।
दरअसल, जिले में पशु चारे की कालाबाजारी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। पुलिस-प्रशासन की अनदेखी के चलते बेखौफ पशुओं के चारे का अवैध परिवहन किया जा रहा है। शहर व नगर से निकले हाईवे से रोजाना दर्जनों भूसे से भरे ट्रक निकल रहे हैं। पूछताछ से बचने भूसे से भरे ट्रकों को रात में ले जाते हैं लेकिन कोई इन्हें टोकता तक नहीं है। अधिकांश भूसे से भरे ट्रक राजस्थान की ओर ही जाते हैं। बिचौलिए बेगू चितौड सहित नीमच फैक्ट्री की ओर ले जाते हैं। भूसे के अवैध परिवहन से आने वाले दिनों में जिले में चारे की कमी की
समस्या हो सकती है।,बारिश के समय चारे की कमी हो सकतीदरअसल जिले में सस्ते दामों में मिल जाने वाले पशु चारे को बिचौलिए खरीदकर राजस्थान में दो गुना दाम में बेचते हैं। ये 5से 8 रुपए किलो में खरीदकर फिर 12-15 रुपए किलो में बेचेंगे। साथ ही प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर स्टॉक कर रख लेते हैं। फिर बारिश में यही भूसा किसानों को दोगुने दाम में बेच देते हैं। पिछली बार भी भूसे के अवैध परिवहन के चलते बारिश में चारे की कमी हो गई थी। किसानों को महंगे दाम में पशुओं के लिए चारा खरीदना पड़ा था। ऐसे में इस बार पहले ही पानी की कमी से कम निकली फसलों में चारे की भी कमी रही है। ऐसे में लगातार भूसे के अवैध परिवहन से जिले में बारिश के समय चारे की कमी हो सकती है।
चौकियों पर कोई नहीं पूछता, भूसे से भरे ट्रक निकल जाते हैं
लोकसभा चुनाव को लेकर जिले और प्रदेश की सीमा पर जांच चौकियां बना रखी हैं। यही से रोजाना भूसे से भरे ट्रक निकल रहे है, लेकिन यहां कोई पूछता तक नहीं है। ऐसे में आसानी से भूसे से भरे ट्रक राज्य की सीमा पार कर जाते हैं। शाम के समय नगर के बाहर खड़े एक चारे से भरे वाहन चालक से पूछा तो उसने बताया कि कही कोई पूछताछ नहीं करता है कही कोई रोकता भी है तो पहले ही सांठगांठ करके रखते है, रुपए देकर निकल जाते हैं।