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नीमच (निप्र)। अग्रवाल समाज के तत्वाधान में बाल संस्कार शाला द्वारा संचालित अग्र बाल समर कैंप शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बच्चों को विभिन्न कलाओं में पारंगत करने के लिए बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के जरिए अलग-अलग विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।समर केंप के चौथे दिन मंगल चिन्ह श्रीमती वर्षा सिंहल, सोनिया गोयल, आरती गर्ग द्वारा सिखाया गया एवं बच्चों को वाक कला के लिए श्रीमती ममता गर्ग, श्रीमती सरिता अग्रवाल एवं पतंजलि हरिद्वार से प्रशिक्षित कुमारी अक्षिता गर्ग द्वारा प्रशिक्षित किया गया। उल्लेखनिय है समर केंप के माध्यम बच्चों में भरभूर क्षमताओं का विकास किया जा सकता है। इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के चिंतन कौशल एवं सृजनात्मकता का विकास होता है। उल्लेखनीय है कि समर कैंप के आयोजन से बच्चों में विभिन्न प्रतिभाओं का विकास होता है। वर्तमान में बच्चे घर में रहकर सिर्फ मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं। इससे उनका शारीरिक विकास नहीं हो पाता अपितु आंखों में कमजोरी जरूर आती है। बच्चों के विकास के लिए अभिभावकों की भी सजगता जरूरी है।
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नीमच (निप्र)। अग्रवाल समाज के तत्वाधान में बाल संस्कार शाला द्वारा संचालित अग्र बाल समर कैंप शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बच्चों को विभिन्न कलाओं में पारंगत करने के लिए बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के जरिए अलग-अलग विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।समर केंप के चौथे दिन मंगल चिन्ह श्रीमती वर्षा सिंहल, सोनिया गोयल, आरती गर्ग द्वारा सिखाया गया एवं बच्चों को वाक कला के लिए श्रीमती ममता गर्ग, श्रीमती सरिता अग्रवाल एवं पतंजलि हरिद्वार से प्रशिक्षित कुमारी अक्षिता गर्ग द्वारा प्रशिक्षित किया गया। उल्लेखनिय है समर केंप के माध्यम बच्चों में भरभूर क्षमताओं का विकास किया जा सकता है। इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के चिंतन कौशल एवं सृजनात्मकता का विकास होता है। उल्लेखनीय है कि समर कैंप के आयोजन से बच्चों में विभिन्न प्रतिभाओं का विकास होता है। वर्तमान में बच्चे घर में रहकर सिर्फ मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं। इससे उनका शारीरिक विकास नहीं हो पाता अपितु आंखों में कमजोरी जरूर आती है। बच्चों के विकास के लिए अभिभावकों की भी सजगता जरूरी है।
यह कैंप १ मई से ३१ मई तक के लिए विविध विविध गतिविधियों के साथ कमल अग्रसेन में बाल संस्कार शाला की महिलाओं के द्वारा संचालित किया जा रहा है जिसमें अब तक 100 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है आगे भी यह कैंप चलेगा एवं ५ मई से प्रति रविवार बच्चों को उगने से लेकर खाने तक के सफर का आनंद वाली गतिविधि विशेष रूप से करवाई जाएगी। उक्त जानकारी बाल संस्कार शाला प्रमुख लता जी गर्ग द्वारा दी गई।