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नीमच, निप्र। मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग द्वारा करीब नौ वर्ष पहले बनाई गई नीमच-मनासा के बीच की 29 किमी सड़क इन दिनों हादसों को न्यौता दे रही है। दो साल पहले इस रोड पर टोल नाका लगाया गया और कर वसूली भी की जा रही है, लेकिन सीमेंट की सड़क के बीच बने जोड़ जिंदगी के लिए खतरनाक बने हुए हैं, जिनकी ओर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। दो शहरों और नौ गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क पर प्रतिदिन 4300 से अधिक वाहन गुजरते हैं। जिनमें दो पहिया वाहनों की संख्या अधिक होती है। करीब 4.37 लाख आबादी के लिए बनी इस सड़क पर झालावाड़-कोटा, भवानी-भैंसोदा मंडी एरिया से भी लोडिंग वाहन नीमच मंडी में आते हैं। जिनसे इस रोड पर बने टोल पर कर वसूला जाता है। कहने को सबसे मजबूत और क्षेत्र की सबसे लंबी सीमेंट की टू लेन सड़क के हालत यह है कि दो सड़कों के बीच के जोड़ में दरारें पड़ गईं है। यह दरारे कहीं-कहीं दो इंच से चार इंच तक चौड़ी हो गई है। सड़क के बीच जोड़ की यह दरारें चौड़ी होने के कारण दो पहिया वाहन असंतुलित हो रहे हैं। इसी कारण वाहन क्रॉसिंग के दौरान कई बार इस रोड़ पर लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। वाहन चालक आशीष विश्वकर्मा, मुकेश शर्मा, ओमप्रकाश नागदा ने बताया कि सीसी सड़क में जगह-जगह छोडे गए बड़े जोड ओर सीसी सड़क के ज्वाइन्ट चौड़े होने से जिंदगी पर खतरा बढ़ रहा है। सड़क निर्माण के दौरान जगह जगह छोडे गए जोड़ वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन रहे है। समय बीतने के साथ यह जोड़ और अधिक चौड़े हो रहे हैं, जिन्हे भरा जाना चाहिये। कैलाश पाटीदार, दुर्गेश मेघवाल ने बताया कि मुख्य सड़क होने के नाते इस पर दिनभर वाहनों की आवाजाही होती है। इस कारण दुर्घटना का अंदेशा रहता है। बारिश का सीजन शुरू होने से पहले ही इन ज्वाइंट की इन दरारों में डामर भराकर ठीक किया जाना चाहिए।
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नीमच, निप्र। मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग द्वारा करीब नौ वर्ष पहले बनाई गई नीमच-मनासा के बीच की 29 किमी सड़क इन दिनों हादसों को न्यौता दे रही है। दो साल पहले इस रोड पर टोल नाका लगाया गया और कर वसूली भी की जा रही है, लेकिन सीमेंट की सड़क के बीच बने जोड़ जिंदगी के लिए खतरनाक बने हुए हैं, जिनकी ओर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।
दो शहरों और नौ गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क पर प्रतिदिन 4300 से अधिक वाहन गुजरते हैं। जिनमें दो पहिया वाहनों की संख्या अधिक होती है। करीब 4.37 लाख आबादी के लिए बनी इस सड़क पर झालावाड़-कोटा, भवानी-भैंसोदा मंडी एरिया से भी लोडिंग वाहन नीमच मंडी में आते हैं। जिनसे इस रोड पर बने टोल पर कर वसूला जाता है।
कहने को सबसे मजबूत और क्षेत्र की सबसे लंबी सीमेंट की टू लेन सड़क के हालत यह है कि दो सड़कों के बीच के जोड़ में दरारें पड़ गईं है। यह दरारे कहीं-कहीं दो इंच से चार इंच तक चौड़ी हो गई है। सड़क के बीच जोड़ की यह दरारें चौड़ी होने के कारण दो पहिया वाहन असंतुलित हो रहे हैं। इसी कारण वाहन क्रॉसिंग के दौरान कई बार इस रोड़ पर लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं।
वाहन चालक आशीष विश्वकर्मा, मुकेश शर्मा, ओमप्रकाश नागदा ने बताया कि सीसी सड़क में जगह-जगह छोडे गए बड़े जोड ओर सीसी सड़क के ज्वाइन्ट चौड़े होने से जिंदगी पर खतरा बढ़ रहा है। सड़क निर्माण के दौरान जगह जगह छोडे गए जोड़ वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन रहे है। समय बीतने के साथ यह जोड़ और अधिक चौड़े हो रहे हैं, जिन्हे भरा जाना चाहिये।
कैलाश पाटीदार, दुर्गेश मेघवाल ने बताया कि मुख्य सड़क होने के नाते इस पर दिनभर वाहनों की आवाजाही होती है। इस कारण दुर्घटना का अंदेशा रहता है। बारिश का सीजन शुरू होने से पहले ही इन ज्वाइंट की इन दरारों में डामर भराकर ठीक किया जाना चाहिए।